India News (इंडिया न्यूज), Israel-Palestine War Update: इजरायल फिलिस्तीनी जंग के बीच खूनी खेल जारी है। इस दौरान वहां से कई खतरनाक और दर्दनाक वीडियो सामने आ रहे हैं। हमास के आतंकियों ने भारी मात्रा में इजरायल पर रॉकेट दागे हैं। इस रॉकेट हमले में 700 से अधिक लोगों की जान चली गई। इजरायल के चिकित्सा अधिकारियों की मानें तो, आतंकवादी हमले में 908 लोग घायल हैं, जिनका अस्पताल में इलाज जारी  है।

इसके साथ ही, इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले को युद्ध बताया है। आगे उन्होंने  कहा कि हमास आतंकियों ने इजरायल पर हमला किया है। हम युद्ध के लिए तैयार हैं और उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। गौरतलब हो कि हमास आतंकियों के इस हमले को लेकर भारत सरकार ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी भी जारी की है।

ईरानी राष्ट्रपति ने किए बड़े दावे

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस्राइली राजदूत के बयान से कुछ देर पहले ही ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने कहा था कि ईरान फिलिस्तीनियों की आत्मरक्षा के अधिकारों का समर्थन करता है और करता रहेगा। रईसी ने सरकारी चैनल के माध्यम से यह भी कहा था कि इस्राइल और उसके समर्थक राष्ट्र की सुरक्षा को खतरे में डालने के लिए जिम्मेदार हैं इसलिए उसे ही इस युद्ध और जनहानि का जवाबदेह माना जाना चाहिए। ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने सीरिया, लेबनान और इराक सहित अन्य मुस्लिम देशों की सरकारों से फिलिस्तीन का समर्थन करने का आग्रह भी किया। रईसी का दावा है कि फिलिस्तीनियों को हतोत्साहित करने के लिए इजरायल अरब सहित अन्य मुस्लिम राष्ट्रों के साथ संबंधों को मजबूत करने की कवायद में भी जुटा था।

ताजा संघर्ष के पीछे आखिर असल कारण क्या है?

हमास के प्रवक्ता खालिद कादोमी ने समाचार वेबसाइट अल जजीरा से बात करते हुए कहा है कि यह हमला उन सभी अत्याचारों का जवाब है जो फिलिस्तीनी नागरिक दशकों से सहते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय गाजा में हो रहे अत्याचार को रोके, फिलिस्तीनी लोगों पर अत्याचार बंद हो। अल-अक्सा जैसे हमारे पवित्र स्थल को अतिक्रमण से मुक्त किया जाए। टेलीग्राम पर किए एक पोस्ट में हमास ने अरब और अन्य इस्लामिक देशों से इस लड़ाई में साथ देने का आह्वान भी किया है।

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