India News (इंडिया न्यूज),Pakistan: उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान में एक बार फिर शिया-सुन्नी हिंसा भड़क उठी है। अधिकारियों के अनुसार, शनिवार को कुर्रम जिले में दो समूहों के बीच हुई झड़प में दो महिलाओं और एक बच्चे समेत 16 लोगों की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए। इन झड़पों में दोनों पक्षों के लोगों ने एक-दूसरे पर हथियारों से हमला किया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, झड़पें सुबह-सुबह शुरू हुईं, जब मकबल आदिवासियों ने कथित तौर पर गोलीबारी की, जिसमें कंज अलीजई के दो आदिवासी घायल हो गए।
सुन्नी और शिया विवाद
इस घटना के तुरंत बाद, झड़पें जिले के कई हिस्सों में फैल गईं और यात्रियों और अन्य वाहनों पर भी हमले होने लगे। यह पहला मामला नहीं है। पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी इलाकों में सुन्नी और शिया मुस्लिम जनजातियों के बीच कई महीनों से रुक-रुक कर लड़ाई चल रही है। प्रशासन इन झड़पों को रोकने में विफल रहा है। यात्रियों के काफिले पर हमला पाकिस्तान के कुर्रम क्षेत्र में सुन्नी और शिया मुसलमानों के बीच खूनी संघर्ष का इतिहास रहा है, जिसने पिछले कुछ सालों में सैकड़ों लोगों की जान ले ली है।
15 लोगों की मौत
कुर्रम प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर एएफपी को बताया कि शनिवार को अर्धसैनिक बलों की सुरक्षा में सुन्नियों का एक काफिला यहां से गुजर रहा था, तभी उन पर हमला हुआ। इस हमले में कम से कम 15 लोगों के मारे जाने की खबर है। इस हमले के बाद सुरक्षा में तैनात पुलिस की जवाबी कार्रवाई में शिया पक्ष के दो हमलावर भी मारे गए।
लंबे समय से चल रहा संघर्ष
जुलाई और सितंबर में हुई झड़पों में दर्जनों लोग मारे गए थे। ये झड़पें जिरगा या आदिवासी परिषद द्वारा युद्ध विराम की घोषणा के बाद ही समाप्त हुईं। फिर से शुरू हुई हिंसा को रोकने के लिए अधिकारी नया युद्ध विराम करवाने की कोशिश कर रहे हैं। पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में आदिवासी और पारिवारिक झगड़े आम बात हैं।
मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम देश पाकिस्तान में शिया समुदाय लंबे समय से भेदभाव और हिंसा का शिकार रहा है। शिया संगठन समय-समय पर इसके खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं।