India News ( इंडिया न्यूज)Joe Biden Inquiry: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की मुशकिलें बढ़ गई है। उनके खिलाफ महाभियोग की जांच शुरू कर दी गई है। अमेरिकी संसद में उनकी विपक्षी पार्टी रिपब्लिकन के द्वारा उनके ऊपर जनता से अपने बेटे हंटर बाइडेन की बिजनेस डील्स को लेकर झूठ बोलने का आरोप लगाया गया है। बुधवार (13 सितंबर) को व्हाइट हाउस ने विपक्षी पार्टी रिपब्लिकन के आरोपों को खारिज करते हुए ‘निराधार’ बताया है।
राष्ट्रपति ने कुछ गलत नहीं किया
अमेरिकी राष्ट्रपति की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे ने पत्रकारों से कहा, ‘उन्होंने (रिपब्लिकन) पूरा साल राष्ट्रपति की जांच-पड़ताल में गुजारे हैं और उन्हें कोई भी सबूत नहीं मिला। राष्ट्रपति ने कुछ गलत नहीं किया। जीन पियरे ने आगे कहा, रिपब्लिकन के पास हाउस में पर्याप्त सपोर्ट भी नहीं है। ये एक पॉलिटिकल षड़यंत्र है।’
जानें क्या है क्या है जनता की राय ?
50 प्रतिशत मतदाताओं को लगता है कि बराक ओबामा सरकार में उपराष्ट्रपति रहते हुए जो बाइडेन यूक्रेन और चीन के साथ हंटर बाइडेन के व्यापारिक सौदों में शामिल थे, जबकि 40 प्रतिशत मतदाताओं को लगता है कि जो बाइडेन शामिल नहीं थे। वहीं 35 प्रतिशत मतदाताओं का मानना है कि जो बाइडेन यूक्रेन और चीन के साथ हंटर बाइडेन के व्यापारिक सौदों में शामिल थे और उन्होंने कुछ अवैध किया था, जबकि 13 प्रतिशत मतदाताओं का मानना है कि वह शामिल थे और उन्होंने कुछ अनैतिक किया था, लेकिन कुछ भी अवैध नहीं किया। जबकि 1 प्रतिशत मतदाताओं का मानना है कि वह शामिल थे लेकिन उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया। 40 प्रतिशत मतदाताओं का मानना है कि जो बाइडेन इसमें शामिल नहीं थे
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