India News (इंडिया न्यूज), Indian Army: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना के तीनों अंगों थल सेना, नौसेना, वायु सेना के शीर्ष कमांडरों को संबोधित किया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि, ‘’शांति बनाए रखने के लिए सेना के जवानों को युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए।’ उन्होंने भविष्य में किसी भी युद्ध को मिलकर तुरंत लड़ने के लिए संयुक्त थिएटर कमांड बनाने की आवश्यकता पर बल दिया है। तीनों सेनाओं के शीर्ष कमांडरों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, ‘भारत एक शांतिप्रिय राष्ट्र है और शांति बनाए रखने के लिए सशस्त्र बलों को युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए।’ उन्होंने यूक्रेन और गाजा में युद्ध के साथ-साथ बांग्लादेश की स्थिति के बारे में भी बात की और कहा कि सेना को ऐसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए।

भारतीय विदेश सेवा में 55 अधिकारियों की हुई भर्ती

अमेरिका-रूस जैसी सैन्य शक्ति भारत का राजनीतिक नेतृत्व सशस्त्र बलों को ‘विकसित भारत’ के युग के लिए तैयार कर रहा है, जहां भारत के हित उसके क्षितिज और सीमाओं से परे होंगे। रक्षा मंत्री के ये शब्द संकेत देते हैं कि भारत भी अब अमेरिका, रूस और चीन जैसे अन्य देशों में भारतीय हितों की रक्षा के लिए सैन्य बलों को हमेशा तैयार रखना चाहता है। जिस तरह चीन ने अब वैश्विक घटनाओं को प्रभावित करने की ताकत हासिल कर ली है, उसी तरह ‘विकसित भारत’ का विजन भारत को वैश्विक मंच के लिए तैयार करना है। भारतीय विदेश सेवा में इस साल 55 अधिकारियों की भर्ती हुई है। जिससे इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि मोदी सरकार भविष्य में भारत को बड़ी कूटनीतिक भूमिका के लिए तैयार कर रही है। 

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थिएटर कमांड बनाने का क्या है मकसद?

सेना प्रमुख जनरल अनिल चौहान ने चीन, पाकिस्तान और हिंद महासागर क्षेत्र के लिए अलग-अलग कमांड और कंट्रोल सिस्टम वाला खाका तैयार किया है। इसे रक्षा मंत्री और दूसरे अधिकारियों को दिखाया जा चुका है। अब सरकार को इस पर अंतिम फैसला लेना है। इस थिएटर कमांड के तहत किसी भी सीमा पर जमीन से लेकर आसमान तक के सारे फैसले एक ही कमांडर लेगा, यानी थलसेना, वायुसेना और नौसेना के लिए एक ही कमांडर होगा। जानकारी के अनुसार सेना थियेटर कमांड से जुड़े सभी मुद्दों पर आम सहमति पर पहुंच गई है और जल्द ही पहली एकीकृत थिएटर कमांड की घोषणा की जाएगी। ये कमांड एक सीमा-एक कमांड के सिद्धांत पर काम करेंगी, यानी हर कमांड के पास एक सीमा की पूरी जिम्मेदारी होगी।

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