इंडिया न्यूज़(Pakistan Crisis): पाकिस्तान में गंभीर आर्थिक बदहाली के बीच सियासी संकट गहराने के आसार हैं. सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान की गठबंधन वाली शाहबाज शरीफ सरकार अल्पमत में है. पाकिस्तान में इसी साल अप्रैल से जुलाई के बीच आम चुनाव होने के आसार हैं.
क्यों गिर सकती है शाहबाज सरकार?
दरअसल, शाहबाज शरीफ की गठबंधन वाली सरकार के साथी MQM यानि मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट समर्थन वापिस ले सकती है. अगर ऐसा होता है तो शाहबाज शरीफ की सरकार गिर सकती है. कहा जा रहा है कि MQM ने समर्थन वापस लेने के लिए पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई है. 14 जनवरी शनिवार रात या फिर रविवार सुबह तक MQM समर्थन वापस लेने का एलान भी कर सकती है. इसी बीच खबर ये भी है कि पीएम शाहबाज ने खुद शुक्रवार को MQM- पाकिस्तान के प्रमुख खालिद मकबूल सिद्दीकी से संपर्क किया और उनसे गठबंधन सरकार छोड़ने के फैसले की एक बार फि से समीक्षा करने का का अनुरोध किया है.
पूर्व पीएम इमरान ने राष्ट्रपति से की बात
तो वहीं दूसरी ओर, पीटीआई प्रमुख और पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान ख़ान ने पंजाब एसेंबली भंग करा दिया है. कल यानि रविवार को इमरान ख़ान खैबर पख़्तूनवा एसेंबली भंग भी कराने का एलान कर सकते हैं. सूत्र बता रहे हैं कि इसकी बड़ी वजह शाहबाज सरकार का अल्पमत में होना है. जानकारी के मुताबिक इमरान ख़ान ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ़ अल्वी से फ़ोन पर बात की है इमरान ने कहा है कि, अगर MQM-पाकिस्तान सरकार से समर्थन वापस लेती है तो ऐसे में शहबाज शरीफ से तुरंत बहुमत सिद्ध करने के लिए कहा जाए और बहुमत न होने का कारण उनकी सरकार गिर जाएगी.