India News (इंडिया न्यूज), Israel-Hamas War: मध्य पूर्व में सुलगती बारूद शांत नहीं हो रही है। एक बार फिर इजरायली सेना ने हमास और हिजबुल्लाह को निशाना बनाकर हमला किया है। लेबनान में गिराए गए बारूद से हिजबुल्लाह के कई ठिकाने तबाह हो गए हैं। लेकिन गाजा में गुप्त हमलों में हमास के नुकसान का अनुमान नहीं है और इस कार्रवाई के चलते हमास और हूथियों ने इजरायल के खिलाफ चेतावनी जारी की है। बंधक संकट से उबर रहे इजरायल के लिए अपने नागरिकों से ज्यादा अपने देश की सुरक्षा महत्वपूर्ण है, इसलिए इजरायली सेना ने इजरायल के लिए फिर से खतरा बनकर उभर रहे हमास और हिजबुल्लाह को नष्ट करने का मिशन शुरू किया है।

ये हमले इजरायली सेना ने दक्षिणी लेबनान में किए हैं, जिनके निशाने पर हिजबुल्लाह के वो ठिकाने थे, जहां वे चेकपॉइंट बनाकर चैन की नींद सो रहे थे। लेकिन इजरायली सेना ने उनका चैन छीन लिया। लेबनान में इजरायल का हमला यह वही दक्षिणी लेबनान है जहां इजरायल ने युद्ध विराम की घोषणा की थी, लेकिन यह इजरायल की चाल के अलावा कुछ नहीं था, इसलिए लगातार हो रहे हमलों के बीच यह भीषण हमला किया गया है। इन हमलों के पीछे इजरायली सेना ने जो मकसद बताया है, वह चौंकाने वाला है। इसका मकसद इजरायल के विरोधियों को सीमा से दूर रखना, हिजबुल्लाह को फिर से मजबूत न होने देना और सीमा क्षेत्र को नो मैन्स लैंड बनाना है।

हालाँकि, ये हमले लेबनान के मुहाने पर संभव हैं, क्योंकि हिजबुल्लाह इजरायल के लिए खतरा है, लेकिन हमास की स्थिति ऐसी नहीं है। गाजा में अभी भी इजरायली बंधक हैं, इजरायल का मकसद उन्हें छुड़ाना है, लेकिन इस मकसद को पूरा करने के लिए इजरायल लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है, जिससे हालात बिगड़ रहे हैं, इसलिए अब हमास ने चेतावनी जारी की है। चेतावनी यह है कि इजरायल गाजा पर हमला न करे।

अगर संघर्ष विराम टूटा तो बंधकों की जान खतरे में पड़ जाएगी। हालांकि इस चेतावनी का एक मकसद ट्रंप को जवाब देना भी है, जिसमें उन्होंने कार्रवाई का ऐलान किया था, इसलिए हमास बंधक रिहाई सौदे को लंबे समय तक खींच रहा है, ताकि भविष्य के लिए हमास को फिर से मजबूत किया जा सके, लेकिन इजरायल के लिए खतरा सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। हौथी संगठन एक नए खतरे के रूप में उभर रहा है, जिसने लेबनान और गाजा पर जारी हमलों के बीच नई चेतावनी जारी की है।

हौथी प्रमुख अब्दुल मलिक अल-हौथी ने कहा है कि हम पूरी दुनिया को यह घोषणा करते हैं कि हम मध्यस्थों को 4 दिन की समयसीमा दे रहे हैं। अगर इजरायल गाजा पट्टी से मानवीय सहायता रोकना जारी रखता है, तो हम उनके खिलाफ अपने नौसैनिक अभियान फिर से शुरू करेंगे। मतलब साफ है कि मध्य पूर्व में बारूद से लगी आग इतनी जल्दी नहीं बुझेगी क्योंकि ट्रंप इजरायल के जरिए यह आग सुलगा रहे हैं, जिसका मकसद ईरान को घुटनों पर लाना है। ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकना और ईरान के छद्मों को नष्ट करना

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