India News (इंडिया न्यूज),Bangladesh: बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद से मुस्लिम देश में कई संकट एक साथ आ खड़े हुए हैं। मोहम्मद युनुस की अंतरिम सरकार इन मामलों को हल नहीं कर पा रही है। आए दिन भारत को पड़ोसी मुल्क में किसी ना किसी चीज को लेकर बवाल होता रहता है।अब कपड़ा कारखानों के मजदूरों के वेतन ना मिलने के कारण देश की राजधानी ढाका में मजदूरों ने विरोध प्रर्दशन किया। जहां कारखानों में कारने वाले लोगों ने ढाका-मैमनसिंह राजमार्ग को तीन दिनों तक जाम रखा था। अधिकारियों के समझाने के बाद मजदूरों ने राजमार्ग से अपना विरोध प्रदर्शन हटा लिया है। अधिकारियों ने उन्हें 30 नवंबर तक बकाया वेतन का भुगतान करने का आश्वासन दिया है।
कब दिया जाएगा बकाया?
मंगलवार सुबह सदर उपजिला निरबाही अधिकारी (यूएनओ) इरशाद मिया ने बताया कि कारखाना मालिकों, मजदूर प्रतिनिधियों और श्रम मंत्रालय के सचिव एएचएम सफीकुज्जमां के बीच त्रिपक्षीय बैठक के बाद सोमवार रात साढ़े दस बजे राजमार्ग खोल दिया गया। बैठक में पदाधिकारियों ने वादा किया है कि बकाया वेतन की पहली किस्त अगले रविवार को दे दी जाएगी, जबकि बाकी पैसे 30 नवंबर तक दे दिए जाएंगे।
कंपनियों का कारोबार प्रभावित
पिछले कुछ दिनों से देश में अस्थिरता के कारण कई कंपनियों का कारोबार प्रभावित हुआ है। बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर कपड़ों का कारोबार होता है और दुनिया की कई नामी कंपनियां यहीं से मैन्युफैक्चरिंग करवाती हैं। सरकार टीएनजेड अपैरल्स को कुल 16 करोड़ टका लोन के तौर पर देगी। इसमें से 6 करोड़ टका केंद्रीय कोष से आएगा और इसका इस्तेमाल वेतन की पहली किस्त देने में किया जाएगा।बाकी 10 करोड़ टका वित्त मंत्रालय देगा, जिसका इस्तेमाल बकाया रकम चुकाने में किया जाएगा। फैक्ट्री मालिक बाद में यह रकम सरकार को लौटा देगा। इसके अलावा दिसंबर से फैक्ट्री अपनी कमाई से मजदूरों को नियमित वेतन देगी।
2 हजार मजदूरों ने किया प्रदर्शन
वेतन की मांग को लेकर करीब 2 हजार मजदूरों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया। विरोध प्रदर्शन करते हुए मज़दूरों ने ढाका-मैमनसिंह राजमार्ग को जाम कर दिया, जिसके कारण राजमार्ग पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। नारायणगंज बीएससीआईसी के एक पदाधिकारी मुस्तफ़िज़ुर रहमान ने कहा कि इस क्षेत्र में कम से कम 432 कारखाने हैं, जिनमें से अधिकांश विरोध के कारण बंद रहे।
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