India News (इंडिया न्यूज),India Sri Lanka Relation:भारत हमेशा अपने पड़ोसी देशों की सहायता के लिए खड़ा रहता है। भारत ने एक बार फिर अपनी दरियादिली दिखाई हैं। वहीं भारत के इस कदम को देखर मालदीव के मुइज्जू को यह एहसास हो रहा होगा कि भारत की दोस्ती कितनी काम की है। बता दें भारत से अपने संबध खराब करके मालदीव को कुछ भी हासिल नहीं हुआ है। उल्टे देश के हालात और खराब होते जा रहे हैं। देश में पर्यटन क्षेत्र की हालत भी खस्ता हो गई है। चीन के जाल में फंसकर भारत को आंखें दिखाने वाले मुइज्जू अब ऐसी दोस्ती के लिए तरसेंगे। दुनिया देख रही है कि मुश्किल हालातों से घिरे अपने दोस्त श्रीलंका को उबारने के लिए भारत आगे आया है। बता दें खबर आ रही है कि भारत श्रीलंका को दिया गया 180 करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर सकता है।

भारत ने दिखाया बड़ा दिल

दरअसल, भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर शुक्रवार को श्रीलंका में थे। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति अनुरा कुमार डिसानाके से मुलाकात की। श्रीलंका को आर्थिक संकट से उबारने के लिए भारत ने बड़ा दिल दिखाया। जयशंकर ने श्रीलंका को भरोसा दिलाया कि भारत उसे आर्थिक रूप से ऊपर उठाने के लिए हर तरह से मदद करता रहेगा। भारत ने शुक्रवार को घोषणा की कि श्रीलंका को दी गई 20 मिलियन डॉलर की लाइन ऑफ क्रेडिट को अनुदान में बदला जा सकता है। इसका मतलब यह है कि भारत श्रीलंका को दिया गया 20 मिलियन डॉलर यानी करीब 180 करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर सकता है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कोलंबो में राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके से मुलाकात के दौरान यह घोषणा की।

श्रीलंका ने दिलाया भारत को यह भरोसा

जयशंकर ने भरोसा दिलाया कि भारत श्रीलंका को ‘प्राथमिकता वाली परियोजनाओं के जरिए’ विकास सहायता देना जारी रखेगा। उन्होंने 61.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर के अनुदान के जरिए कांकेसंथुराई बंदरगाह का आधुनिकीकरण करने, 20 मिलियन अमेरिकी डॉलर (करीब 180 करोड़ रुपये) की सात पूरी हो चुकी ऋण परियोजनाओं को अनुदान में बदलने और 22 डीजल ट्रेन इंजन उपहार में देने के नई दिल्ली के प्रस्तावों को गिनाया। बदले में श्रीलंका ने यह भी भरोसा दिलाया है कि वह अब अपनी जमीन का इस्तेमाल भारत के खिलाफ नहीं होने देगा।

भारत मालदीव रिश्ता

भारत और श्रीलंका की इस दोस्ती को देखकर मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को भी पछतावा हो रहा होगा। उन्हें लग रहा होगा कि उन्होंने चीन के बहकावे में आकर भारत से बेवजह पंगा ले लिया। दरअसल, श्रीलंका की तरह मालदीव भी भारत का अच्छा पड़ोसी रहा है। लेकिन जब से मालदीव में मुइज्जू की सरकार आई है, तब से रिश्तों में खटास आ गई है। चीन के पिट्ठू बन चुके मुइज्जू ने न सिर्फ अपना गुस्सा दिखाया बल्कि भारत के खिलाफ कई कदम भी उठाए। हालांकि, अब उन्हें भारत की दुश्मनी का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। मालदीव की हालत दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है। यही वजह है कि अब मुइज्जू के तेवर नरम पड़ गए हैं। वह भारत से दोस्ती के लिए बेताब नजर आ रहे हैं। खुद मालदीव के मंत्री का कहना है कि मुइज्जू के साथ कुछ गलतफहमियां थीं, जो अब सुलझ गई हैं।

3000 साल आगे की दुनिया देखकर लौटा ये शख्स! कैसे दिखेगी पृथ्वी एविडेंस के साथ किया प्रस्तुत?