इंडिया न्यूज़: (Pakistan Economic Crisis) पाकिस्तान मौजूदा वक्त में राजनीतिक और आर्थिक संकट समेत कईं तरह की समस्याओं का सामना कर रहा है। बता दें कि पाकिस्तान बढ़ते कर्ज के बोझ तले दबता ही जा रहा है। विदेशी मुद्रा भंडार की देश में भारी कमी है। वहीं, शहबाज शरीफ की सरकार लोगों के लिए जरूरी चीजें भी आयात नहीं कर पा रही है। महंगाई से आम आदमी की कमर एकदम टूट चुकी है। बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी ने नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में हजारों परिवारों को गरीबी और भूखमरी के कगार पर धकेल दिया है। वहीं, पाकिस्तान को उनके देश के ही लोग अब एक बम की तरह आंकने लगे हैं।

  • पाकिस्तान में आसमान छूती महंगाई
  • पाकिस्तान में आर्थिक संकट का हल निकल पाना हुआ मुश्किल
  • शहबाज शरीफ सरकार आईएमएफ से कर्ज के लिए गिड़गिड़ाई

 

‘हम बम हैं कभी भी कहीं फट सकते हैं’

आपको बता दें कि पाकिस्तान में आसमान छूती महंगाई और बेरोजगारी से उनके सामने दो जून की रोटी जुटा पाने की समस्या खड़ी हो चुकी है। जब पाकिस्तान के एक पत्रकार ने एक शख्स से सवाल किया कि सरकार कहती है कि उनके देश के पास एटम बम है, लेकिन लोग आटे के लिए खुदकुशी कर रहें हैं। तो इस पर उस शख्स ने कहा कि उनके देश के हालात काफी खराब हो चुके है। हम खुद एक बम हो चुके हैं और कभी भी किसी भी जगह फट सकते हैं।

आसमान छूती महंगाई

पाकिस्तान में पेट्रोलियम पदार्थ से लेकर आटा, दूध, घी, अंडा, चिकेन के दाम आसमान छू रहें हैं। रोजाना इस्तेमाल होने वाली चीजों को भी लोग खरीद नहीं पा रहें हैं। ईंधन की कीमतों में बढ़ोत्तरी का असर दूसरी चीजों पर भी पड़ रहा है। बिजली और गैस की कीमतों में हर महीने इजाफा होने से लोगों के सामने संघर्ष और बढ़ता जा रहा है।

कर्ज के बोझ तले दबता पाकिस्तान

जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान का विदेशी कर्ज और देयता करीब 130 अरब अमेरिकी डॉलर है, जो देश की जीडीपी का 95.39 फीसदी है। विदेशी मुद्रा भंडार में काफी कमी आई है और ये 3.2 अरब डॉलर है। शहबाज शरीफ की सरकार आईएमएफ से कर्ज के लिए गिड़गिड़ा रही है। वहीं, ज्यादातर देश अब कर्ज देने से इनकार कर चुके हैं और मुंह फेर रहें हैं। ऐसे में पाकिस्तान के आर्थिक संकट का हल निकल पाना अभी मुश्किल ही लग रहा है।