India News (इंडिया न्यूज), Trump Is Good Or Bad For India: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को ऐतिहासिक जीत मिल गई है। ऐसे में ये तय है कि डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर दुनिया की सबसे बड़ी महाशक्ति की बागडोर संभालेंगे। ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दोस्ती भी जगजाहिर है। ट्रंप खुद भी खुलकर पीएम मोदी को अपना दोस्त बता चुके हैं और मोदी ने भी उनके चुनाव प्रचार में उनका साथ दिया था। ऐसे में अगर आपको लग रहा है कि ट्रंप की जीत से भारतीयों को लाभ होने वाला है तो ये आर्टिकल पढ़कर आपकी सोच बदलने वाली है।
चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप ने की थी भारत की आलोचना
हम आपको बतातें चलें कि, ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान भारत की आलोचना भी की थी। सवाल यह भी है कि पाकिस्तान के खिलाफ उनका रुख कैसा रहने वाला है। आतंकवाद और सुरक्षा के मुद्दे पर भारत और अमेरिका सुर में सुर मिलाकर बात करते हैं। लेकिन जैसे ही आर्थव्यवस्था की बात आती है तो अमेरिका का रुख बदल जाता है।
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ट्रंप ने भारत को बताया था टैरिफ किंग
चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप ने कहा था कि चीन और ब्राजील अमेरिकी उत्पादों पर काफी टैरिफ (आयात शुल्क) लगाते हैं। लेकिन, भारत इन सबसे कहीं आगे है। उन्होंने भारत को ‘टैरिफ किंग’ तक कह दिया। ट्रंप ने खुले मंच से कहा कि अमेरिका किसी उत्पाद पर शुल्क नहीं लगाता, यह हमारी नीति है। चीन हमारे उत्पादों पर 200 फीसदी तक टैरिफ लगाता है, जबकि ब्राजील का टैरिफ भी काफी ज्यादा है। लेकिन, भारत इन सबसे कहीं आगे है। यहां कुछ सामानों पर चीन से भी ज्यादा टैरिफ लगाया जाता है। ट्रंप ने हाल ही में प्रीमियम बाइक हार्ले डेविडसन के प्रतिनिधि से भी बात की, जिन्होंने भारत में इस बाइक पर करीब 150 फीसदी आयात शुल्क लगाए जाने की शिकायत की थी।
भारत और अमेरिका के बीच बेहतर हैं व्यापारिक संबंध
हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, अमेरिका हमारा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। वित्त वर्ष 2024 में दोनों देशों का सालाना कारोबार 190 अरब डॉलर तक पहुंच गया। इस दौरान भारत ने 77.5 अरब डॉलर का निर्यात किया और 42.2 अरब डॉलर का आयात भी किया। सेवा क्षेत्र में भी व्यापार 4 साल में बढ़ा और 2018 में 54 डॉलर से बढ़कर 2024 में 70.5 अरब डॉलर हो गया।
पाकिस्तान के लिए बुरे सपने की तरह हैं ट्रंप
अगर हम ट्रंप के पिछले कार्यकाल की बात करें तो इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान को कड़ी फटकार लगाई थी, खासकर आतंकवाद के मुद्दे पर जमकर फटकार लगाई थी। साल 2019 में डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तानी सेना को दी जाने वाली आर्थिक मदद में 33 करोड़ डॉलर की कटौती की थी। उन्होंने यह भी कहा था कि इस्लामाबाद आतंकवाद की नर्सरी बन गया है और इसे नियंत्रित करने में पूरी तरह विफल रहा है।