India News (इंडिया न्यूज), Turkey Ban India: तुर्की समय-समय पर भारत विरोधी कदम उठाता रहता है। तुर्की सरकार ने भारत को हथियारों के निर्यात पर रोक लगा दी है। हालांकि इस बारे में कोई आदेश अभी तक नहीं दिया गया है। परंतु जब भी कोई तुर्की कंपनी भारत से जुड़े किसी ग्राहक को हथियार बेचना चाहती है तो एर्दोगन की सरकार मंजूरी नहीं देती है। तुर्की सरकार के एक अधिकारी ने इस बात का खुलासा संसद के सामने किया। अधिकारी ने कहा कि जब भी कोई ग्राहक भारत से जुड़ा होता है, तो किसी भी छोटे हिस्से की मंजूरी नहीं दी जाती है। दरअसल, तुर्की ऐसा पाकिस्तान को फायदा पहुंचाने के लिए कर रहा है। पिछले एक दशक में तुर्की और भारत के बीच संबंधों में खटास आई है। तुर्की का पाकिस्तान के प्रति झुकाव बढ़ा है।
अंतरराष्ट्रीय मंच पर देता है पाकिस्तान का साथ
बता दें कि, तुर्की कश्मीर मुद्दे को पाकिस्तान का पक्ष लेने के लिए दुनिया के हर मंच पर उठाता रहता है। लेकिन सिर्फ हथियारों के निर्यात को रोकना ही नहीं बल्कि कई ऐसी चीजें हुई हैं, जो बताती हैं कि तुर्की किस तरह भारत विरोधी है। नॉर्डिक मॉनिटर ने 2022 की एक रिपोर्ट में बताया कि तुर्की ने साइबर सेना बनाने में पाकिस्तान की गुप्त रूप से मदद की थी। इस सेना का उद्देश्य जनमत को आकार देना, दक्षिण पूर्व एशिया में मुसलमानों के विचारों को प्रभावित करना और अमेरिका और भारत पर हमला करना था।
भारत ने बैन की खबर को बताया गलत
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह सबसे बड़ी गलत सूचना है। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जहां तक मेरी जानकारी और जानकारी का सवाल है, वह जानकारी अच्छी नहीं है। इसलिए मैं आपको यह सवाल तुर्की दूतावास को बताने के लिए कहूंगा। जो आपको संक्षेप में जवाब दे सकता है क्योंकि यह तुर्की में उत्पन्न एक पोस्ट है। मेरी समझ से, मेरी जानकारी के अनुसार, यह सबसे बड़ी गलत सूचना है। दरअसल, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन के नेतृत्व में पिछले एक दशक में तुर्की और भारत के बीच राजनयिक संबंध काफी खराब हो गए हैं। तनावपूर्ण संबंधों के पीछे मुख्य कारण नीतिगत निर्णय, विशेषकर भारत के साथ संघर्ष में पाकिस्तान को अंकारा का अटूट समर्थन बताया जा रहा है।