India News (इंडिया न्यूज), Turkey Terror Attack : मध्य पूर्व में खूनी संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। तुर्की में हुए आतंकी हमले ने सबको हिलाकर रख दिया है। राजधानी अंकारा में स्थित रक्षा कंपनी तुर्की एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज के मुख्यालय पर यह हमला किया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हमले में अब तक 10 लोगों के मारे जाने की खबर है। राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने मृतकों की संख्या की पुष्टि की और इसकी निंदा करते हुए इसे ‘घृणित आतंकी हमला’ बताया। तुर्की एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज के मुख्यालय पर हुए इस हमले में तीन आतंकियों के शामिल होने की खबर है। इसमें एक महिला आतंकी भी शामिल है। तुर्की के सुरक्षा बलों ने तीनों हमलावरों को मार गिराया है। इस हमले की जिम्मेदारी पीकेके ने ली है।

तुर्की ने बमबारी कर लिया बदला

राजधानी में हुए आतंकी हमले का बदला लेते हुए तुर्की वायुसेना ने बुधवार को इराक और सीरिया में कुर्द आतंकियों के ठिकानों पर बमबारी की। तुर्की के रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि हवाई हमले में 30 से ज्यादा ठिकाने नष्ट हो गए। सुरक्षा बलों ने दो आतंकियों को भी मार गिराया है।

कौन है पीकेके?

पीकेके ने अंकारा में तुर्की एयरोस्पेस मुख्यालय पर हमले की जिम्मेदारी ली है। पीकेके एक उग्रवादी संगठन है। इसकी स्थापना 1978 में अब्दुल्ला ओकलान ने तुर्की में कुर्दों के लिए अधिक राजनीतिक और सांस्कृतिक अधिकार हासिल करने के उद्देश्य से की थी। लेकिन कुछ समय बाद मार्क्सवादी-लेनिनवादी विचारधारा वाले पीकेके ने अधिक राष्ट्रवादी आंदोलन का रूप ले लिया। कुर्द स्वायत्तता के लिए लड़ते हुए 1984 में एक सशस्त्र विद्रोह शुरू हुआ। इस विद्रोह के कारण तुर्की में एक लंबा, खूनी संघर्ष हुआ, जिसमें हज़ारों लोगों की जान चली गई। पीकेके गुरिल्ला युद्ध की रणनीति का उपयोग करता है, सैन्य और नागरिक स्थलों को निशाना बनाता है।

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