होम / Turkey Terrorist Attack: दुनिया के सबसे ताकतवर मुस्लिम देश की कमर तोड़ना चाहते थे आंतकी! जिस कंपनी पर किया हमला पूरी वर्ल्ड को करता था इस चीज की सप्लाई

Turkey Terrorist Attack: दुनिया के सबसे ताकतवर मुस्लिम देश की कमर तोड़ना चाहते थे आंतकी! जिस कंपनी पर किया हमला पूरी वर्ल्ड को करता था इस चीज की सप्लाई

Ankita Pandey • LAST UPDATED : October 24, 2024, 8:31 am IST

India News (इंडिया न्यूज), Turkey Terrorist Attack: ‘गेटवे टू द ईस्ट’ के नाम से मशहूर देश तुर्की में भीषण आतंकी हमला हुआ है। यह हमला राजधानी अंकारा में एक रक्षा कंपनी के परिसर में हुआ, जो तुर्की की सबसे बड़ी एयरोस्पेस कंपनियों में से एक है। इस कंपनी का देश के रक्षा निर्यात में बड़ा हिस्सा है। यह कंपनी दुनिया के कई देशों को हवाई जहाज और दूसरे रक्षा उत्पाद निर्यात करती है।

तुर्की की राजधानी अंकारा में हुआ हमला

तुर्की की राजधानी अंकारा में ‘टर्किश एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज’ (TUSAS) के मुख्यालय पर हथियारबंद हमलावरों ने हमला किया है। इस हमले में करीब 10 लोगों के मारे जाने की खबर है। वहीं, कई लोग घायल हुए हैं। ये आंकड़े बाद में बदल सकते हैं। इस हमले की तुलना भारत में 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले (26/11 की घटना) से की जा रही है।

यूनुस सरकार ने इस छात्र संगठन पर लगाया प्रतिबंध, आंदोलन के दौरान हिंसक हमलों में थी इनकी संलिप्तता, सुनकर खौल जाएगा शेख हसीना का खून

इतने करोड़ का निर्यात

टर्किश एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज तुर्की की सबसे बड़ी एविएशन कंपनियों में से एक है। यह करीब 50 साल से डिफेंस और एयरोस्पेस सेक्टर में निवेश कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2023 में इसका एयरोस्पेस सिस्टम का निर्यात 864 मिलियन डॉलर (भारतीय मुद्रा में करीब 7,265 करोड़ रुपये) रहा है। इतना ही नहीं, कंपनी एयरोस्पेस सेक्टर के लिए इंजन भी बनाती है। इसका निर्यात भी करीब 337 मिलियन डॉलर रहा है।

तुर्की का रक्षा निर्यात

तुर्की की दुनिया के रक्षा क्षेत्र में एक अलग पहचान है। वर्ष 2023 में इसका रक्षा और एयरोस्पेस निर्यात 5.5 बिलियन डॉलर था। यह 2022 के निर्यात की तुलना में 25 प्रतिशत की वृद्धि है। डिफेंस न्यूज ने तुर्की निर्यातक सभा की रिपोर्ट के आधार पर जानकारी दी थी कि 2023 में तुर्की के रक्षा क्षेत्र के कुल ऑर्डर 10.2 बिलियन डॉलर के आंकड़े को पार कर गए हैं।

आतंकी हमले के पीछे की वजह

तुर्की की एर्दोआन सरकार ने 2016 में तख्तापलट की नाकाम कोशिश के बाद इन संगठनों के खिलाफ सख्ती दिखानी शुरू की थी। तुर्की सरकार ने रणनीतिक और योजनाबद्ध तरीके से इन समूहों की हमलावर क्षमता को खत्म करने का अभियान चलाया। सरकार ने ISIL और PKK से जुड़े सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया, जबकि दावा किया जा रहा है कि सुरक्षा बलों ने TUSAS के बनाए हथियारों से PKK के कई बड़े नेताओं को मार गिराया।

Bangladesh की अंतरिम सरकार को लेकर बड़ा खुलासा, Sheikh Hasina को देश से भगा मोहम्मद यूनुस कर रहे थे ये काम

Get Current Updates on News India, India News, News India sports, News India Health along with News India Entertainment, India Lok Sabha Election and Headlines from India and around the world.