India News (इंडिया न्यूज़), UK Election Result: ब्रिटेन में आम चुनाव के बाद वोटों की गिनती शुरू हुई तो दिल की धड़कने बढ़ गई। नतीजों ने तस्वीरें साफ कर दी हैं। ब्रिटेन की जनता सत्ता में बड़ा बदलाव करती दिखी पीएम ऋषि सुनक की कंजरवेटिव पार्टी चुनाव हार गई है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने देश के आम चुनावों में हार स्वीकार कर ली है। विपक्षी लेबर पार्टी ने 400 से अधिक सीटें जीती हैं, जबकि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी 61 सीटों पर आगे है। पीएम ऋषि सुनक ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। 10 डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर निवर्तमान ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि ब्रिटेन को दुनिया का बेस्ट देश बताया है।

परिवार को धन्यवाद करना चाहता हूं-ऋषि सुनक

ऋषि सुनक ने कंजर्वेटिव उम्मीदवारों और प्रचारकों से माफी मांगते हुए कहा,” मुझे खेद है कि हम वह नहीं दे पाए जिसके आप सब हकदार थे। मुझे यह सोचकर दुख होता है कि कितने अच्छे सहकर्मी जिन्होंने अपने समुदायों और हमारे देश के लिए इतना योगदान दिया, अब हाउस ऑफ कॉमन्स में नहीं बैठ पाएंगे। मैं उनकी कड़ी मेहनत और उनकी सेवा के लिए उनका धन्यवाद करता हूँ। सुनक ने कहा मैं अपनी पत्नी अक्षता और हमारी खूबसूरत बेटियों के प्रति आभार व्यक्त करना चाहता हूँ। मैं उन्हें उन बलिदानों के लिए कभी भी पर्याप्त धन्यवाद नहीं दे सकता जो उन्होंने मेरे देश की सेवा करने के लिए किए हैं।”

 

UK Election Result: इतने वोट मिलने पर ऋषि सुनक ने मांगी माफी, जानें वजह 

डाउनिंग स्ट्रीट की सीढ़ियों पर दिवाली मनाई- ऋषि सुनक

ऋषि सुनक ने चुनाव अभियान के “कठिन दिनों” को स्वीकार करते हुए और “दया, शालीनता और सहिष्णुता” के ब्रिटिश मूल्यों की ओर इशारा करते हुए अपने विदाई भाषण का समापन किया। प्रधानमंत्री के रूप में अपने अंतिम भाषण में कहा, “ब्रिटेन के बारे में सबसे उल्लेखनीय चीजों में से एक यह है कि यह कितना असाधारण है कि मेरे दादा-दादी बहुत कम पैसे लेकर यहां पर आए थे। उनके आने के दो पीढ़ियों बाद मैं प्रधानमंत्री बन सका। साथ ही मैं अपनी दो छोटी बेटियों को डाउनिंग स्ट्रीट की सीढ़ियों पर दिवाली की मोमबत्तियाँ जलाते हुए देख सका। हमें उस विचार पर खरा उतरना चाहिए कि हम कौन हैं। दया, शालीनता और सहिष्णुता का वह दृष्टिकोण जो हमेशा से ब्रिटिश तरीका रहा है।

मैं हार की जिम्मेदारी लेता हूं- ऋषि सुनक

सुनक ने कहा, “मुझे खेद है। मैं हार की जिम्मेदारी लेता हूं।” सुनक राज्य के प्रमुख राजा चार्ल्स III को अपना इस्तीफा सौंपेंगे, जिसके बाद सम्राट संसद में सबसे बड़ी पार्टी के नेता के रूप में स्टारमर से सरकार बनाने के लिए कहेंगे। कीर स्टारमर की लेबर पार्टी एक कठिन चुनौती का सामना करते हुए सत्ता में आएगी, जिसमें एक सुस्त अर्थव्यवस्था, खस्ताहाल सार्वजनिक सेवाएं और गिरता जीवन स्तर शामिल है। ये सभी कारक कंजर्वेटिव पार्टी के पतन में योगदान देने वाले कारक हैं।

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