India News (इंडिया न्यूज),Russia-Ukraine war:934 दिनों से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एक बार फिर अपने सहयोगी पश्चिमी देशों से रूस के रणनीतिक ठिकानों पर हमला करने की अनुमति मांगी है। कल रात अपने संबोधन में जेलेंस्की ने कहा कि इस युद्ध का समाधान केवल रूस के सैन्य ठिकानों को लंबी दूरी की मिसाइलों से नष्ट करके ही किया जा सकता है।वहीं, पिछले सप्ताह तक यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलें देने का फैसला करने वाले अमेरिका और ब्रिटेन पुतिन की चेतावनी के बाद बैकफुट पर हैं। ब्रिटिश विदेश मंत्री डेविड लैमी ने पुतिन की चेतावनी को ‘घमंड’ बताया है।
बैकफुट पर अमेरिका
दरअसल, कुछ दिनों पहले मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया था कि बिडेन प्रशासन कथित तौर पर यूक्रेन को AGM-158 ज्वाइंट एयर-टू-सरफेस स्टैंडऑफ मिसाइल (JASSM) की आपूर्ति करने का फैसला कर सकता है।
जब पुतिन से इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने अमेरिका और नाटो को कड़ी चेतावनी दी, पुतिन ने कहा था कि अगर रूस पर लंबी दूरी की मिसाइलों से हमला किया जाता है तो यह माना जाएगा कि नाटो इस युद्ध में सीधे तौर पर शामिल है। पुतिन की चेतावनी के बाद व्हाइट हाउस को एक बयान जारी करना पड़ा, जिसमें कहा गया कि फिलहाल यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलों की आपूर्ति पर कोई फैसला नहीं लिया गया है।
गेम चेंजर साबित हो सकती है JASSM मिसाइल
रिपोर्ट्स के मुताबिक, JASSM मिसाइल यूक्रेन की सैन्य क्षमता को बढ़ाने में अहम भूमिका निभा सकती है। इस मिसाइल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे इंटरसेप्ट करना बेहद मुश्किल है, इसलिए माना जा रहा है कि अगर यूक्रेन को यह मिल जाती है तो यह रूस के साथ चल रहे युद्ध की दशा और दिशा बदल सकती है।
JASSM मिसाइल एक आधुनिक, गुप्त क्रूज मिसाइल है, जिसकी रेंज करीब 300 किलोमीटर (करीब 186 मील) है जबकि इसके विस्तारित रेंज वैरिएंट (JASSM-ER) की रेंज 1,000 किलोमीटर (करीब 621 मील) से भी ज्यादा है। इसका डिजाइन ऐसा है कि दुश्मन के लिए इसका पता लगाना और उसे रोकना मुश्किल है। यह एक हजार पाउंड का वारहेड ले जाने और लक्ष्य पर सटीक निशाना लगाने में सक्षम है।
JASSM मिसाइल का उत्पादन
अमेरिका ने JASSM मिसाइल का उत्पादन वर्ष 2001 में शुरू किया था। वर्ष 2014 में इसे अमेरिकी वायुसेना में शामिल किया गया। अमेरिका ने सीरिया युद्ध में 19 JASSM मिसाइलों का इस्तेमाल किया है। विशेषज्ञों के अनुसार, जब अमेरिका ने सीरिया में इस मिसाइल का इस्तेमाल किया था, तब रूसी वायु रक्षा प्रणाली इनमें से एक भी मिसाइल को रोक नहीं पाई थी।
एक अमेरिकी अधिकारी के अनुसार, JASSM मिसाइल को यूक्रेन के पास मौजूद लड़ाकू विमान के साथ संचालित करने में सक्षम बनाने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन इस बारे में जानकारी नहीं दी गई कि इसे किस लड़ाकू विमान के साथ उपयोग करने योग्य बनाया जा रहा है। अभी तक इसका इस्तेमाल केवल अमेरिका निर्मित विमानों के साथ ही किया जा सकता है। हालांकि, अगर अमेरिका इस मिसाइल को देने का फैसला भी कर लेता है, तो यूक्रेन को इसकी डिलीवरी मिलने में महीनों लग सकते हैं।
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