India News ( इंडिया न्यूज़ ) Ukraine In NATO : पश्चिमी देशों के सैन्य गठबंधन नाटो (NATO) के नेता एक महत्वपूर्ण शिखर सम्मेलन के लिए लिथुआनिया में इकट्ठा हो रहे हैं। यह सम्मेलन रूस के खिलाफ नई रणनीति, यूक्रेन में युद्ध की दिशा और पश्चिमी गठबंधन के भविष्य को आकार दे सकता है। 11 और 12 जुलाई को लिथुआनिया की राजधानी विल्नुस में होने वाली बैठक में रूसी हमले से बचाव का विस्तृत प्लान भी तैयार किया जाएगा। इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि ज्यादातर नाटो सदस्य यूक्रेन के साथ खड़े हैं और गठबंधन के आगामी लिथुआनिया शिखर सम्मेलन को कीव की एक ‘डि फैक्टो मेंबर’ के रूप में पुष्टि करनी चाहिए।
बाइडन ने युद्ध के बीच कहीं यह बड़ी बात
बाइडन ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि युद्ध के बीच नाटो में इस बात पर एकमत हैं कि यूक्रेन को परिवार में शामिल किया जाए या नहीं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने उदाहरण दिया कि यदि आपने ऐसा किया तो इसका मतलब है कि हम नाटो क्षेत्र के हर इंच के लिए प्रतिबद्ध हैं। यदि यूक्रेन को शामिल करते हैं तो युद्ध के बीच हम सभी भी युद्ध में होंगे। अगर ऐसा होता है तो रूस से युद्ध लड़ना पड़ेगा। बाइडन ने कहा, हमें यूक्रेन को नाटो में शामिल होने के योग्य बनाने के लिए एक तर्कसंगत रास्ता तैयार करना होगा।
31 देशों का मिला समर्थन
नाटो का शिखर सम्मेलन होने वाला है। बताया गया कि इस बैठक में यूक्रेन-रूस युद्ध पर गहरी चर्चा होगी। इस शिखर सम्मेलन में रूस-यूक्रेन युद्ध को केंद्र में रखा गया है। वहीं, यूक्रेन को नाटो में शामिल होने के लिए इस संगठन के 31 देशों ने पहले ही समर्थन दे दिया है। इन देशों का कहना है कि वे कीव को लंबे समय के लिए समर्थन देने के लिए तैयार हैं।
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