India News (इंडिया न्यूज), Ukraine Russia Conflict: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा जंग अब भयानक रूप ले रहा है। यूक्रेन ने सोमवार (26 अगस्त) को रूस पर अब तक सबसे बड़ा बोला। जिसके बाद रूस ने भी जावाभि कार्रवाई में यूक्रेन के ऊपर बड़ा हवाई हमला किया। लेकिन यूक्रेन के पास ऐसे 5 हथियार हैं, जो रूस को परेशान कर रहे हैं। दरअसल, ये सभी हथियार अमेरिका और यूरोपीय देशों ने यूक्रेन को दिए हैं। लेकिन इनका इस्तेमाल करके यूक्रेन ने रूस का जीना मुश्किल कर दिया है। इसमें ATACMS, HIMARS, पैट्रियट, स्टॉर्म शैडो और जेवलिन एंटी टैंक मिसाइलें शामिल हैं।
यूक्रेन के पास MGM-140 आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम की कई बैटरियां हैं। यह मिसाइल सिस्टम अमेरिका ने बनाया है। 1670 किलोग्राम वजनी यह मिसाइल 13 फीट लंबी है। व्यास 24 इंच है। इसकी रेंज 300 किलोमीटर है। यह अधिकतम 50 किलोमीटर की ऊंचाई तक जा सकती है। यह 3704 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से लक्ष्य की ओर बढ़ती है। इसमें हीट फ्रैगमेंटेशन और पेनिट्रेशन वॉरहेड लगा हुआ है।
बता दें कि, यूक्रेन के द्वारा फ्रांस-ब्रिटेन की बनी क्रूज मिसाइल स्टॉर्म शैडो का भी भरपूर इस्तेमाल किया जा रहा है। यह लंबी दूरी की एयर लॉन्च मिसाइल है। एक मिसाइल का वजन 1300 किलोग्राम है। 16.9 फीट लंबी इस मिसाइल की चौड़ाई 25 इंच और ऊंचाई 19 इंच है। इसमें कई चरणों वाला 450 किलोग्राम का वारहेड है। इस मिसाइल की रेंज 550 किलोमीटर है। यह मिसाइल एक सेकंड में 323 मीटर की दूरी तय करती है।
दरअसल, यूक्रेन के पास यह एक हल्का मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर है। जिसका इस्तेमाल 2010 से लगातार अलग-अलग युद्धों में किया जा रहा है। इसकी लंबाई 23 फीट है। इसे चलाने के लिए तीन लोगों की जरूरत होती है। इसकी रेंज 2 किलोमीटर से 300 किलोमीटर तक है। इसमें 227 एमएम के 6 रॉकेट का सेट है।
चीन को फूटी आंख नहीं सुहा रहा PM Modi का ये कदम, जलन के मारे भारत के बारे में फैला रहा ऐसी बातें
यूक्रेन अमेरिका द्वारा बनाई गई पैट्रियट मिसाइल भी इस्तेमाल कर रहा है। यह सरफेस टू एयर मिसाइल है। अमेरिका इसका इस्तेमाल 42 सालों से कर रहा है। यह दुनिया की सबसे भरोसेमंद एयर डिफेंस सिस्टम में से एक है। इसका इस्तेमाल बैलिस्टिक मिसाइलों को मार गिराने के लिए भी किया जाता है। यूक्रेन का दावा है कि उसने पैट्रियट से रूस की हाइपरसोनिक किंजल मिसाइल को मार गिराया है। वहीं पैट्रियट मिसाइलों का वजन 312 से 914 किलोग्राम तक होता है। लंबाई 15.10 से 17.1 फीट तक होती है। हर वैरिएंट में छोटे पंख होते हैं। जिनके पंखों का फैलाव 1.8 से 3 फीट तक होता है। इन मिसाइलों पर कंपोजिशन ब्लास्ट, हाई एक्सप्लोसिव, ब्लास्ट, फ्रैगमेंटेशन वॉरहेड लगे होते हैं।
बता दें कि, जेवलिन मिसाइल अपने लक्ष्य पर सटीक निशाना लगाने के लिए इन्फ्रारेड तकनीक का इस्तेमाल करती है। इसकी लंबाई 108.1 सेमी है। मिसाइल लांचर का वजन मिसाइल सहित 22.3 किलोग्राम है, जो डे/नाइट विजन साइट से लैस है। जेवलिन मिसाइल 2500 मीटर तक सटीक निशाना लगा सकती है। इस मिसाइल को टैंकों के खिलाफ सबसे कारगर माना जाता है। इसका इस्तेमाल छोटी इमारतों और बंकरों को नष्ट करने के लिए भी किया जाता है।
खत्म हो जाएगा यूक्रेन! रूस के इस कदम से खतरे में जेलेंस्की और कीव का नामोंनिशान
भाजपा, पीडीपी और अपनी पार्टी सहित राजनीतिक दलों के साथ-साथ कई कश्मीरी पंडित संगठनों ने…
India News(इंडिया न्यूज), UP news: यूपी के बनारस में कथा के अंदर जमकर लूट पाट…
India News (इंडिया न्यूज), Saint Michael High School: संत माइकल हाई स्कूल के प्री-प्राइमरी सेक्शन…
India News (इंडिया न्यूज),Delhi Pollution News: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण ने हालात को चिंताजनक बना…
Jaya Bachchan On Aishwarya Rai: जया बच्चन का एक पुराना वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल…
यह यात्रा 160 किलोमीटर लंबी होगी और बागेश्वर धाम से ओरछा तक जाएगी। यात्रा शुरू…