India News(इंडिया न्यूज),UNICEF Day: आज पूरी दुनिया यूनिसेफ दिवस के रूप में मना रही है। जिसकी शुरूआत 1946 में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दुनिया भर में बच्चों के जीवन की देखभाल और सुरक्षा का निर्णय लिया और एक आपातकालीन कोष का गठन किया। जानकारी के लिए बता दें कि, 1953 में यह फंड संयुक्त राष्ट्र के प्रबंधन में आ गया और इस तरह यूनिसेफ नामक एक अलग संगठन बन गया और 11 दिसंबर को यूनिसेफ दिवस के रूप में मनाया गया जब दुनिया भर में हजारों यूनिसेफ सहयोगियों ने विश्व के वंचित बच्चों की स्थिति के उत्थान के लिए काम करने की अपनी प्रतिज्ञा दोहराई।

जानें क्या है महत्व

जानकारी के लिए बता दें कि, यूनिसेफ दिवस सबसे वंचित बच्चों तक पहुंचने के लिए कठिन स्थानों पर काम करके हर जगह हर बच्चे के अधिकारों की रक्षा करने में यूनिसेफ की भूमिका का सम्मान करता है। यूनिसेफ भी दुनिया के सबसे बड़े टीके प्रदाताओं में से एक है और बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण का समर्थन करता है।
इसके साथ ही यूनेस्को बच्चों और किशोरों को हिंसा और शोषण से बचाने की जिम्मेदारी भी लेता है।

जानें क्या है इतिहास

चलिए अब आपको बतातें है कि, यूनिसेफ दिवस का क्या इतिहास है। बच्चों पर हो रहे शोषण और उन्हें जागरूक करने के लिए चलाया गया अभियान जो कि, 1946 में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दुनिया भर में बच्चों के जीवन की देखभाल और सुरक्षा का निर्णय लिया और एक आपातकालीन कोष से गठन किया। 1953 में यह फंड संयुक्त राष्ट्र के प्रबंधन में आ गया और इस तरह यूनिसेफ नामक एक अलग संगठन बन गया और 11 दिसंबर को यूनिसेफ दिवस के रूप में मनाया गया।

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