UNICEF Report

इंडिया न्यूज, काबुल:

अफगानिस्तान में साल 20121 के पहले छह महीनों में लगातार हुई हिंसा के कारण कम से कम 460 बच्चे मारे गए है। संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने हाल ही जारी अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। इसमें चार लड़कियों और दो लड़कों सहित एक परिवार के नौ सदस्यों की हत्या का भी जिक्र किया गया है जो गुरुवार को हुए विस्फोट के दौरान मारे गए थे। इस विस्फोट में तीन अन्य बच्चे घायल भी हुए थे।

UNICEF Report चार दशकों के संघर्ष में हजारों लोगों का जीवन प्रभावित

रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया गया है कि चार दशकों के संघर्ष ने अफगानिस्तान में हजारों लोगों का जीवन प्रभावित किया है। नंगरहार में संघर्ष के दौरान अपना पैर गंवाने वाले हिबतुल्लाह नाम के 6 साल के लड़के ने कहा कि वह अब एक कृत्रिम पैर पर निर्भर है। हिबतुल्लाह के पिता अब्दुल्ला का कहना है कि नंगरहार में झड़प में मेरे बेटे को गोली लगी थी। वह लंबे समय तक अस्पताल में भर्ती रहा और फिर उसका पैर काट दिया गया।

UNICEF Report रोज मेरे पास लाए जाने वाले 15 में से 10 बच्चे ब्रेन फ्रीज से जूझ रहे होेते हैं : Therapist Mohd Faheem

नंगरहार में रहने वाले थेरेपिस्ट मोहम्मद फहीम ने कहा कि हर दिन उनके पास लाए जाने वाले 15 में से 10 बच्चे ब्रेन फ्रीज से जूझ रहे होते हैं। उन्होंने स्थिति को बहुत खतरनाक बताया और ऐसी घटनाओं के लिए युद्ध को जिम्मेदार ठहराया। टोलोन्यूज के अनुसार, यूनिसेफ के संचार, प्रमुख सामंथा मोर्ट ने कहा, ‘हम इस साल अब तक विस्फोटक उपकरणों से मारे गए बच्चों की संख्या के बारे में भी चिंतित हैं। एक भी बच्चे की मौत दिल दहला देने वाली है। यूनिसेफ के अनुसार, अफगान बच्चे सालों से गरीबी और कुपोषण से जूझ रहे हैं।

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