India News ( इंडिया न्यूज़ ),US China Meeting: चीन और अमेरिका के बीच के संबंध पर कई सारी बातें सामने आती रहती है। वहीं दूसरी ओर चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अमेरिका दौरा से आने के बाद चीन और अमेरिका को लेकर एय बड़ा बयान जारी करते हुए कहा है कि, इस साल अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में होने जा रहे शिखर सम्मेलन में चीनी राष्ट्रपति के शामिल होने पर अभी शंका है। इसके बाद वांग ने कहा कि, राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की सैन फ्रांसिस्को शिखर सम्मेलन में होने वाली अपेक्षित बैठक के बारे में उन्होंने ये कहा है। बता दें कि, चीनी विदेश मंत्रालय ने रविवार को वांग यी के 3 दिन के अमेरिकी दौरे से लौटने के बाद ये बयान जारी किया है। जिसमें साफ तौर पर वांग ने कहा है कि, सैन फ्रांसिस्को शिखर सम्मेलन की राह आसान नहीं होने जा रही है।
सैन फ्रांसिस्को का रास्ता आसान नहीं
जानकारी के लिए बता दें कि, वाशिंगटन में अमेरिकी स्ट्रैटजिक कम्युनिटी के सदस्यों साथ चर्चा के बाद वांग ने अपना बयान जारी कर कहा कि, जिनपिंग की अमेरिका यात्रा ऑटोपायलट पर नहीं हो सकती है। सैन फ्रांसिस्को का रास्ता बहुत सीधा नहीं है। चीन और अमेरिका को “बाली लौटने” की जरूरत है।
बाइडेन ने जिनपिंग को भेजा न्योता
इसके साथ ही जानकारी ये भी सामने आ रही है कि, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नवंबर में सैन फ्रांसिस्को में होने वाले ‘एशिया-पैसेफिक इकोनॉमिक कोऑपरेशन’ समिट में हिस्सा लेने के लिए जिनपिंग को न्योता भेजा है। जिसके बाद वांग के बयान के पर इस पर संदेह है कि जिनपिंग इसमें हिस्सा लेने जाएंगे या नहीं। क्योंकि वांग का साफ-साफ कहना है कि, दोनों पक्षों को हस्तक्षेप को खत्म करते हुए आम सहमति बढ़ानी चाहिए और नतीजे हासिल करने चाहिए। चीन की शीर्ष सुरक्षा एजेंसी ने भी बीते महीने कहा था कि सैन फ्रांसिस्को में शी-बाइडेन की कोई भी बैठक तभी होगी, जब अमेरिका की ओर से जरूरी ईमानदारी दिखाई जाएगी।
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