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India News (इंडिया न्यूज), US elections 2024: अमेरिका के 50 राज्यों में अगले राष्ट्रपति के लिए वोट डाले जा रहे हैं। इस चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मैदान में हैं तो डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से कमला हैरिस उनके खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं। दोनों में से किसी की जीत या हार का साफ अनुमान लगाना मुश्किल है। दोनों ने ही साबित कर दिया है कि वे मजबूत उम्मीदवार हैं। अब सवाल यह है कि इस बार भारतीय समुदाय किस तरफ है, किसे वोट देने जा रहा है। अमेरिका में भारतीय-अमेरिकी समुदाय की संख्या करीब 52 लाख है। ऐतिहासिक रूप से भारतीय समुदाय का झुकाव हमेशा से डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर रहा है। लेकिन मतदान के दिन तक भारतीय-अमेरिकियों के बीच वोटिंग समर्थन में खासा बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। हालांकि, सर्वे बताते हैं कि भारत से गहरा नाता रखने वाली कमला हैरिस को भारतीयों का समर्थन जरूर बढ़ा है।
साथ ही, रिपब्लिकन के रूप में पहचान रखने वाले भारतीय अमेरिकियों का अनुपात कुछ समय के लिए घटकर 21% रह गया है, जिसके और भी कम होने की उम्मीद है। हालांकि, कई भारतीय-अमेरिकी ऐसे भी हैं जो स्वतंत्र विचारों वाले हैं। खुले तौर पर तटस्थ दिखने की कोशिश कर रहे हैं। वे वोट जरूर देंगे, लेकिन आखिरी समय पर अपना मन बनाएंगे। अमेरिकी मीडिया में माना जा रहा है कि स्वतंत्र भारतीयों का वोट आखिरकार डोनाल्ड ट्रंप की बजाय कमला को जा सकता है।मतदान से ठीक पहले नए सर्वेक्षणों के अनुसार, लगभग 61% भारतीय अमेरिकी भारतीय मूल की डेमोक्रेटिक उम्मीदवार और वर्तमान उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को वोट देने की योजना बना रहे हैं। इसके विपरीत, लगभग 31% ने डोनाल्ड ट्रंप को वोट देने की मंशा जताई।
आर्थिक नीतियों पर
भारतीय अमेरिकी आम तौर पर औसत अमेरिकी से अधिक अमीर होते हैं, उनकी औसत घरेलू आय राष्ट्रीय औसत से बहुत अधिक होती है। यह आर्थिक सफलता उनकी राजनीतिक प्राथमिकताओं को प्रभावित कर सकती है, खासकर उन नीतियों के संबंध में जो व्यापार और आर्थिक विकास को प्रभावित करती हैं।
सांस्कृतिक और सामाजिक मुद्दे
सामाजिक मुद्दों और यू.एस.-भारत संबंधों पर समुदाय के विचार भी उनके मतदान निर्णयों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। रिपब्लिकन पार्टी ने इन मोर्चों पर अपनी नीतियों पर जोर देकर भारतीय अमेरिकियों को आकर्षित करने का सक्रिय प्रयास किया है।
भारतीय अमेरिकियों के बीच मतदान वरीयताओं में उल्लेखनीय लैंगिक विभाजन है। 67% महिलाएं हैरिस को वोट देने का इरादा रखती हैं, केवल 53% पुरुष इस इरादे को साझा करते हैं। इसके विपरीत, महिलाओं (22%)45 की तुलना में पुरुषों (39%) का प्रतिशत ट्रम्प को वोट देने की योजना बना रहा है।
आपको बता दें कि अमेरिका में कुल वोटों का 50 प्रतिशत श्वेत समुदाय से है जबकि अश्वेत समुदाय के वोटों का प्रतिशत 33 प्रतिशत है, जिसमें अश्वेत, भारतीय, एशियाई आदि शामिल हैं। जी हां, इस श्वेत समुदाय में, उनमें से आधे डेमोक्रेटिक पार्टी के समर्थक माने जाते हैं, जबकि बाकी आधी आबादी रिपब्लिकन की ओर बढ़ती रही है। यही वजह है कि डोनाल्ड ट्रंप की चिढ़ बढ़ गई है, उन्हें कमला हैरिस एक मजबूत उम्मीदवार लगती हैं।
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