India News (इंडिया न्यूज), S jaishankar US Visit : अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने सोमवार को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस से बात की और दोनों नेताओं ने सभी के मानवाधिकारों का सम्मान करने और उनकी रक्षा करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। अमेरिकी सरकार द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, सुलिवन ने चुनौतीपूर्ण अवधि के दौरान बांग्लादेश का नेतृत्व करने के लिए यूनुस को धन्यवाद भी दिया। इसमें कहा गया है कि दोनों नेताओं ने धर्म की परवाह किए बिना सभी लोगों के मानवाधिकारों का सम्मान करने और उनकी रक्षा करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। सुलिवन ने समृद्ध, स्थिर और लोकतांत्रिक बांग्लादेश के लिए अमेरिकी समर्थन को भी दोहराया और दक्षिण एशियाई राष्ट्र के सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने में अपने देश के निरंतर समर्थन की पेशकश की। 84 वर्षीय यूनुस ने 8 अगस्त को बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार के रूप में शपथ ली थी, तीन दिन पहले पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी विरोध के कारण इस्तीफा दे दिया था और भारत आ गई थीं।

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अपने दौरे पर अमेरिका पहुंचे जयशंकर

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर आज से अपने 6 दिनों को दौरे पर अमेरिका में हैं। बांग्लादेश को अमेरिका की तरफ से कॉल जाना एस जयशंकर की कूटनीति के रूप में देखा जा रहा है। जयशंकर ऐसे वक्त में अमेरिका के दौरे पर हैं, जब भारत के सामने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हिंसा सबसे बड़ा मुद्दा है। बांग्‍लादेश में हिन्‍दुओं का जीना मुहाल हो चुका है। उनके ऊपर अत्‍याचार हो रहे हैं। मोहम्मद यूनुस हिंदुओं की रक्षा नहीं कर पा रही है. उलटे भारत विरोधी अभियान में शामिल भी है। इससे पहले अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी साफ कर चुके हैं क‍ि बांग्‍लादेश को ह‍िन्‍दुओं की सुरक्षा करनी ही होगी।

हिंदूओं के खिलाफ हो रही हिंसा

हसीना सरकार के पतन के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं के साथ-साथ मंदिरों पर हमलों की घटनाएं भी हुई हैं। 13 दिसंबर को व्हाइट हाउस ने कहा कि राष्ट्रपति जो बिडेन बांग्लादेश की स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं और अमेरिका देश की अंतरिम सरकार को धार्मिक और जातीय अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जवाबदेह ठहराएगा।

व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा संचार सलाहकार जॉन किर्बी ने कहा था कि हसीना को हटाए जाने के बाद बांग्लादेश में सुरक्षा की स्थिति कठिन हो गई है। इस बीच, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने सोमवार को कहा कि उसने भारत से हसीना के प्रत्यर्पण की मांग करते हुए नई दिल्ली को एक राजनयिक नोट भेजा है, एक ऐसा कदम जो दोनों देशों के बीच संबंधों को और खराब कर सकता है।

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