India News (इंडिया न्यूज), Russia-Ukraine Peace Talk : व्हाइट हाउस ने कहा कि रूस और यूक्रेन ने सऊदी अरब में मंगलवार को संपन्न हुई वार्ता में अलग-अलग सहमति जताई कि वो काला सागर में जहाजों पर सैन्य हमले नहीं करेंगे। व्हाइट हाउस ने कहा कि प्रत्येक देश सुरक्षित नौवहन सुनिश्चित करने, बल के प्रयोग को समाप्त करने और काला सागर में सैन्य उद्देश्यों के लिए वाणिज्यिक जहाजों के उपयोग को रोकने पर सहमत हुए है। बता दें कि रविवार रात को सऊदी अरब में रूस के साथ युद्ध को खत्म करने के लिए अमेरिका और यूक्रेनी अधिकारियों की बैठक हुई।

व्हाइट हाउस कथित तौर पर 20 अप्रैल तक यूक्रेन में रूस के युद्ध में व्यापक युद्धविराम के लिए दबाव बना रहा है, जो इस साल पश्चिमी और रूढ़िवादी चर्चों दोनों में ईस्टर है। हालांकि, ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, कीव और मॉस्को के बीच मौजूद व्यापक अंतर को देखते हुए समयसीमा खिसक सकती है।

ट्रंप जंग को जल्द खत्म करवाने में लगे

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तीन साल पुराने युद्ध के त्वरित समाधान का लक्ष्य बना रहे हैं, जिसके लिए अमेरिकी अधिकारी रियाद में रूसी और यूक्रेनी प्रतिनिधियों के साथ अलग-अलग वार्ता कर रहे हैं, जो मॉस्को के आक्रमण के शुरुआती हफ्तों के बाद पहली ऐसी समानांतर वार्ता है।

वार्ता मूल रूप से शटल कूटनीति को सक्षम करने के लिए एक साथ होने वाली थी, लेकिन दोनों युद्धरत पक्षों द्वारा अस्थायी युद्धविराम के लिए अलग-अलग योजनाओं का प्रस्ताव देने के कारण, हमले बेरोकटोक जारी रहे। अमेरिका को उम्मीद है कि प्रतिनिधिमंडलों के बीच आगे-पीछे होने से सफलता का मार्ग प्रशस्त हो सकता है।

सीजफायर को लेकर रूस का रुख

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 30 दिन के पूर्ण और तत्काल विराम के लिए यू.एस.-यूक्रेनी आह्वान को अस्वीकार कर दिया है, इसके बजाय केवल ऊर्जा सुविधाओं पर हमलों को रोकने का प्रस्ताव दिया है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने रूसी राज्य टीवी को बताया,आगे कठिन वार्ताएं हैं। ट्रंप के नेतृत्व में वाशिंगटन के साथ मेल-मिलाप के बाद मास्को सऊदी वार्ता में शामिल हो गया है, जिसने क्रेमलिन में विश्वास बढ़ाया है।

पेस्कोव ने रविवार को कहा कि हमारे देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग की संभावना को कम करके नहीं आंका जा सकता है। उन्होंने कहा, हम कुछ बातों पर असहमत हो सकते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हमें पारस्परिक लाभ से खुद को वंचित करना चाहिए।

अमेरिका के खिलाफ लड़ने के लिए कनाडा को मिला ‘किंग’ का साथ, ट्रंप प्रशासन में मच गई खलबली

बिजली के झटके, तीन चम्मच दलीया… नर्क चले जाना पर पुतिन की जेल मत जाना, लीक हुई ऐसी Photo, कांप उठेगी सैनिकों की रूहनाडा को मिला ‘किंग’ का साथ, ट्रंप प्रशासन में मच गई खलबली