इंडिया न्यूज़: (America Told Citizens to Leave Russia) अमेरिका ने अपने नागरिकों को तुरंत रूस छोड़ने की चेतावनी दी है। अमेरिका ने इसकी वजह यूक्रेन में युद्ध और रूसी कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा मनमानी गिरफ्तारी और उत्पीड़न के जोखिम को बताया है। तो वहीं, रूस की विदेशी जासूसी सेवा ने कहा कि उसे खुफिया जानकारी मिली कि अमेरिकी सेना रूस और पूर्व सोवियत संघ में लक्ष्यों पर हमला करने के लिए इस्लामी आतंकवादियों को तैयार कर रही थी। दोनों देशों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- अमेरिका ने अपने नागरिकों को दी चेतावनी
- फर्जी आरोपों पर अमेरिकी नागरिकों को किया जा रहा गिरफ्तार
- रूस ने अमेरिका पर ‘आतंकी’ हमला करने का लगाया आरोप
अमेरिका ने अपने नागरिकों को दी ये चेतावनी
अमेरिका बार-बार अपने नागरिकों को रूस छोड़ने की चेतावनी दे रहा है। बता दें कि इस तरह की आखिरी सार्वजनिक चेतावनी पिछले साल सितंबर में दी गई थी, जब राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सेना की आंशिक लामबंदी का आदेश दिया था। मास्को में अमेरिकी दूतावास ने बताया कि “रूस में रहने वाले या यात्रा करने वाले अमेरिकी नागरिकों को तुरंत निकल जाना चाहिए। गलत तरीके से हिरासत में लिए जाने के जोखिम से बचने के लिए सावधानी बरतें। रूस की यात्रा न करें।”
इस वजह से अमेरिका ने रूस छोड़ने की कही बात
अमेरिका ने रूस पर आरोप लगाते हुए कहा, “रूसी सुरक्षा सेवाओं ने फर्जी आरोपों पर अमेरिकी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। हिरासत और उत्पीड़न के लिए रूस में अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्हें निष्पक्ष और पारदर्शी कानूनी व्यवस्था से वंचित किया जा रहा है। गुप्त सुनवाई या विश्वसनीय सबूत पेश किए बिना उन्हें दोषी ठहराया गया है।”
‘हमला करने के लिए आतंकवादियो को तैयार कर रहा अमेरिका’
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के एक सहयोगी की अध्यक्षता वाली रूस की विदेशी खुफिया सेवा (एसवीआर) ने कहा कि उसके पास खुफिया जानकारी थी कि इस्लामिक स्टेट और अल कायदा से जुड़े समूहों के 60 ऐसे आतंकवादी भर्ती किए गए थे। सीरिया में एक अमेरिकी बेस पर उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा था।