इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : रूस और यूक्रेन के बीच पिछले कई महीनों से भीषण युद्ध जारी है। रूस लगातार यूक्रेन पर भीषण हमले कर रहा है। इस बीच आज एक बार फिर रूसी सेना ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर ताबड़तोड़ हमला बोला। इसके चलते कीव में कई जगह बड़े धमाके सुने गए हैं। एक तरफ जहां रूस यूक्रेन को तहस-नहस कर रहा था दूसरी ओर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन मिला दिया। इसकी जानकारी क्रेमलिन ने ही आधिकारिक तौर पर दे दी।
ज्ञात हो, रूस ने यूक्रेन पर एक बार फिर से हमले तेज कर दिए हैं। यूक्रेनी वायु सेना के प्रवक्ता ने बताया कि रूस ने कई शहरों में 60 से अधिक मिसाइलें दागी हैं। इससे पहले यूक्रेन की राजधानी कीव सहित कई हिस्सों में धमाके की तेज आवाज सुनाई दी थी जिससे लोगों में एक बार फिर खौफ की स्थिति बन गई है।
रूस ने यूक्रेन पर हमले तेज किए
जानकारी दें, रूसी सेना के हमलों को लेकर यूक्रेनी अधिकारियों ने कम से कम तीन शहरों में विस्फोट की सूचना दी है। उन्होंने कहा कि रूस ने ऊर्जा सुविधाओं और बुनियादी ढांचे पर एक बड़ा मिसाइल हमला किया। सोशल मीडिया पर स्थानीय अधिकारियों ने राजधानी, कीव, दक्षिणी कीव और उत्तरपूर्वी खार्किव में विस्फोटों की सूचना मिली है। अधिकारियों ने पहले भी देश भर में हवाई हमले की चेतावनी दी थी और अब उन चेतावनियों के अनुसार ही हमले हो रहे हैं।
पुतिन ने किया पीएम मोदी को फ़ोन
इस बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से पीएम मोदी की बातचीत को लेकर PMO ने भी जानकारी दी है। इसमें बताया गया कि यूक्रेन में चल रहे संघर्ष के संदर्भ में पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ अपनी फोन में बातचीत और कूटनीति को ही आगे बढ़ाने के अपने आह्वान को दोहराया है। इतना ही नहीं, समरकंद में एससीओ शिखर सम्मेलन के मौके पर अपनी बैठक के बाद दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों के कई पहलुओं की समीक्षा की, जिसमें ऊर्जा सहयोग, व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा सहयोग और अन्य प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं।
पीएमओ ने बताया है कि पीएम मोदी ने पुतिन को जी-20 की भारत की मौजूदा अध्यक्षता के बारे में जानकारी दी है। इसकी प्रमुख प्राथमिकताओं के बारे में भी पुतिन को जानकारी दी गई है। पीएम मोदी ने शंघाई सहयोग संगठन की भारत की अध्यक्षता के दौरान दोनों देशों के एक साथ काम करने की भी उम्मीद की। वे एक-दूसरे के साथ नियमित संपर्क में रहने पर सहमत हुए हैं।
रूस -यूक्रेन जंग पर भारत का मत
जानकारी दें, रूस यूक्रेन युद्ध को लेकर पीएम मोदी का पक्ष हमेशा यही रहा है कि इस पूरे मसले को बातचीत और शांति से हल किया जाए। इतना ही नहीं, भारत ने इस मुद्दे पर कूटनीतिक रिश्तों को भी खराब न करने का ध्यान रखा है। रूस के खिलाफ एक बार भी भारत ने अंतर्राष्ट्रीय मंच पर बयानबाजी नहीं की है।