India News (इंडिया न्यूज),Sunita Williams:9 महिने बाद आखिरकार सुनीता विलियम्स धरती पर लौट आई हैं। पूरी दुनिया की नजर सुनीता विलियम्स के वापसी पर टिकी थी। उनके वापसी के बाद  गुजरात के मेहसाणा जिले में जश्न का माहौल है। सुनीता के पिता दीपक पंड्या का जन्म मेहसाणा के झूलासन गांव में हुआ था। इसके बाद वे वर्ष 1957 में यहां से अमेरिका चले गए थे। इस लिहाज से झूलासन सुनीता का पैतृक गांव है।

झूलासन में रहते हैं सुनीता के रिश्तेदार

सुनीता के कई रिश्तेदार और परिवार के सदस्य आज भी झूलासन में रहते हैं। सुनीता विलियम्स खुद भी 2006 और 2013 में यहां आ चुकी हैं। इस गांव के लोग 9 महीने तक अखंड ज्योति जलाकर सुनीता की धरती पर सुरक्षित वापसी की प्रार्थना करते रहे। यह तभी जलाई गई जब सुनीता अंतरिक्ष में गईं। सुनीता की वापसी के बाद गांव में खूब आतिशबाजी हुई और लोगों ने एक-दूसरे को गुलाल भी लगाया। ढोल बजाकर लोगों ने खूब डांस किया।

भव्य जुलूस निकालने की भी तैयारी-चचेरे भाई नवीन

उनके चचेरे भाई नवीन पंड्या के मुताबिक सुनीता के सम्मान में भव्य जुलूस निकालने की भी तैयारी की गई है। पंड्या ने बताया कि गांव में उत्सव का माहौल है और सभी बेसब्री से उनके लौटने का इंतजार कर रहे हैं। हम भविष्य में उन्हें झूलासन आने के लिए जरूर आमंत्रित करेंगे। उन्हें अपने पैतृक गांव में अपने बीच पाना हमारे लिए सम्मान की बात होगी।सुनीता विलियम्स पिछले साल सिर्फ आठ दिनों के लिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन गई थीं। लेकिन उन्हें धरती पर वापस लाने वाला बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान खराब हो गया था। इसलिए उन्हें इतना लंबा इंतजार करना पड़ा।

पीएम मोदी से खास कनेक्शन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गृह जिला भी मेहसाणा है। वडनगर उनका जन्मस्थान है, जो इसी जिले में आता है। सुनीता विलियम्स के पिता और चाचा झूलासन में रहते थे। लेकिन उनका घर कई सालों से बंद पड़ा है।

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