India News (इंडिया न्यूज),Hezbollah Israel War: इजरायल की हिट लिस्ट में दूसरा बड़ा नाम हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह का था। इससे पहले इजरायल इस्माइल हनीया को मार चुका है। हालांकि इजरायल की पूरी हिट लिस्ट अभी पेंडिंग है। दावा किया जा रहा है कि इजरायल की लिस्ट में अगला नाम ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई का है। आईडीएफ को बस नेतन्याहू की हरी झंडी का इंतजार है, जिसके बाद इजरायल ईरान में सबसे बड़ा हमला करेगा। इजरायल के सबसे बड़े दुश्मन नसरल्लाह को लेबनान में मार गिराया गया है, लेकिन न तो इजरायल के लड़ाकू विमान शांत हुए हैं और न ही खुफिया एजेंसी का मिशन पूरा हुआ है। इसकी वजह इजरायल की हिट लिस्ट है, जिसमें कई नाम अभी पेंडिंग हैं। इस्माइल हनीया के बाद नसरल्लाह की मौत एक छोटा कदम है। दावा किया जा रहा है कि इजरायल के कई बड़े दुश्मनों को अभी मारा जाना बाकी है। मोसाद खामेनेई की हर पल अपडेट ले रहा है दावा किया जा रहा है कि नेतन्याहू के एजेंट अब खामेनेई की फाइल हमेशा के लिए बंद करने की तैयारी कर चुके हैं। मोसाद खामेनेई की हर पल अपडेट ले रहा है। ईरान में कभी भी सबसे बड़ी आपदा घटित हो सकती है। इन दावों और आशंकाओं के पीछे नसरल्लाह की मौत के बाद हुई दो घटनाएं मानी जा रही हैं।
हवाई हमले में नसरल्लाह की मौत
24 घंटे पहले इजरायल ने हवाई हमले में नसरल्लाह को मार गिराया था, जिसके बाद इजरायल के आर्मी चीफ का बयान सामने आया। आर्मी चीफ हर्जी हलेवी ने कहा कि नसरल्लाह की हत्या से आईडीएफ शांत नहीं हुई है। आईडीएफ ने अपना ‘टूलबॉक्स’ खाली नहीं किया है। हमारा संदेश बिल्कुल साफ और स्पष्ट है। जो भी इजरायल को धमकाएगा, हम उस तक पहुंचना जानते हैं।
इजरायली आर्मी चीफ का बयान आने के बाद खामेनेई को कड़ी सुरक्षा में भेजा गया। दावा किया जा रहा है कि खामेनेई को एक खास जगह पर भेजा गया है, जिसकी जानकारी आईआरजीसी के टॉप कमांडरों के अलावा किसी को नहीं है। दावा किया जा रहा है कि खामेनेई की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम भी किए गए हैं।
खामेनेई जिस पूरे इलाके में मौजूद हैं, उसे आईआरजीसी ने घेर लिया है। खामेनेई की सुरक्षा के लिए आईआरजीसी के जवान सिविल ड्रेस में मौजूद हैं, ताकि किसी को शक न हो। आसपास के 3 किलोमीटर के इलाके में जैमर लगाए गए हैं। मिसाइल डिफेंस सिस्टम तैनात किए जाने की भी खबर है।
किसी भी हद तक जा सकता है इजरायल
ईरान जानता है कि इजरायल अपने दुश्मन को तबाह करने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। इसीलिए खामेनेई की सुरक्षा के लिए ये सारे इंतजाम किए गए हैं। सवाल ये है कि इजरायल ईरान के सुप्रीम लीडर को क्यों मारना चाहता है। तो इसकी वजह दुश्मन के पूरी तरह खात्मे की तैयारी है।
माना जा रहा है कि इजरायल अब ईरान से सीधा युद्ध चाहता है। दावा किया जा रहा है कि इसीलिए वो खामेनेई को निशाना बना सकता है। अगर ईरान युद्ध में उतरता है तो अरब जगत में सबसे बड़ा युद्ध छिड़ जाएगा और इजरायल के पास पूरे प्रॉक्सी नेटवर्क को खत्म करने का मौका होगा।
नेतन्याहू का मिशन इजरायल
दरअसल, नेतन्याहू का मिशन इजरायल पर मंडरा रहे खतरे को पूरी तरह खत्म करना है, जिसके लिए ईरान का खात्मा और प्रॉक्सी नेटवर्क का खात्मा जरूरी है। इस मिशन को सफल बनाने के लिए इजराइल ने खामेनेई के अलावा एक लंबी हिटलिस्ट तैयार की है। खामेनेई के बाद इजराइल का टारगेट नंबर 1 हुसैन सलामी है, जो IRGC का चीफ है। ईरानी प्रॉक्सी को पहला निर्देश हुसैन सलामी से ही जाता है। टारगेट नंबर 2 इस्माइल कानी है, जो ईरान की कुद्स फोर्स का चीफ है। वह पूरे प्रॉक्सी नेटवर्क को कंट्रोल करता है। इजराइल का टारगेट नंबर 3 ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रजा है, जो कुद्स फोर्स का डिप्टी चीफ है। वह प्रॉक्सी नेटवर्क को हथियार सप्लाई करने के लिए जिम्मेदार है। अगर इजराइल इन तीनों को खत्म कर देता है, तो ईरानी प्रॉक्सी को मिलने वाली सभी तरह की सप्लाई बंद हो जाएगी और उन्हें कंट्रोल करने वाला कोई नहीं रहेगा। जिसके बाद इजराइल एक-एक करके ईरानी प्रॉक्सी को खत्म कर देगा।