श्रेय आर्य:
सनराइजर्स हैदराबाद (Sunrisers Hyderabad) की जम्मू एक्सप्रेस उमरान मलिक (Umran Malik) ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में तेज रफ्तार गेंदबाज़ी से सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है. हैदराबाद के लिए 22 साल के उमरान उन तीन खिलाड़ियों में शामिल थे जिन्हें टीम मैनेजमेंट ने नीलामी के दौरान रिटेन किया था.
दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 5 मई को इस गेंदबाज ने टूर्नामेंट की सबसे तेज गेंद यानी की 157 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकी थी. मलिक की गेंदें इतनी ज्यादा तेज हैं कि वो अक्सर 150 की रफ्तार से ज्यादा तेज गेंदबाजी करते हैं.
ऐसे में मलिक का प्रदर्शन अब फैंस और दिग्गजों को काफी ज्यादा पसंद आ रहा है, जिसके बाद ये कहा जा रहा है कि, इन्हें टीम इंडिया में भी शामिल किया जाना चाहिए. लेकिन इन सबके बीच क्रिकेट में सबसे तेज गेंद फेंकने वाले पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने बड़ी बात कह दी है. अख्तर ने कहा कि तेज़ रफ्तार गेंदबाज़ी उमरान की हड्डियां तोड़ देगी.
उमरान ने गुजरात के खिलाफ 27 अप्रैल को खेले गए मुकाबले में ये साबित कर दिया था कि वो सिर्फ तेज गेंद नहीं फेंकते हैं बल्कि उनके पास इतने बड़े टूर्नामेंट में प्रदर्शन करने की भी काबिलियत है. अब जब उन्होंने 157 की रफ़्तार पर आईपीएल जैसे मंच पर गेंद फेंकी तो उन्हें विश्व क्रिकेट में हर कोई जानने लगा है.
बीते कुछ हफ्तों में ही मलिक ऐसा नाम बन गए हैं जिनके बारे में हर कोई चर्चा कर रहा है. ऐसे में पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा कि, वह चाहते हैं कि उनके जरिए फेंकी गई 161.3 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली गेंद का रिकॉर्ड उमरान मलिक ही तोड़ें.
साल 2003 आईसीसी मेन्स वर्ल्ड कप के दौरान अख्तर क्रिकेट इतिहास में 161.3 प्रति घंटे की रफ्तार से तेज गेंद फेंकने वाले इकलौते खिलाड़ी बने थे, और फिर आज 19 साल बाद भी कोई गेंदबाज़ इस रिकॉर्ड को तोड़ नही पाया है.
शोएब अख्तर ने उमरान की स्पीड के बारे में कहा कि अगर कोई भारतीय पेसर उनका रिकॉर्ड तोड़ता है तो उन्हें काफ़ी खुशी होगी. बाद में उन्होंने यह भी कहा कि उनका रिकॉर्ड तोड़ते-तोड़ते उमरान कहीं अपनी हड्डियां न तुड़वा लें. अख्तर ने एक इंटरव्यू में कहा कि, ‘मेरे वर्ल्ड रिकॉर्ड को 20 वर्ष से अधिक हो चुके हैं.
लोग इस बारे में मुझसे पूछते हैं तो मैं भी सोचता हूं कि कोई तो होगा जो यह रिकॉर्ड तोड़ेगा. मुझे खुशी होगी कि उमरान मेरा रिकॉर्ड तोड़ें. हां, लेकिन मेरा रिकॉर्ड तोड़ते-तोड़ते वह अपनी हड्डियां न तुड़वा बैठें, बस मेरी यही दुआ होगी. कहने का मतलब है कि यह फिट रहें.’
अख्तर ने कहा कि, वह इस साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले ICC पुरुष T20 विश्व कप में भारत के लिए युवा खिलाड़ी को खेलते देखना चाहते हैं. उन्होंने कहा, “मैं उन्हें विश्व मंच पर देखना चाहता हूं क्योंकि वहां उनकी जगह बनती है.
मैं निश्चित रूप से चाहता हूं कि वह इस 100 मील प्रति घंटे के निशान को अपने दिमाग में रखें और उस विशेष क्लब में शामिल हों.” रावलपिंडी एक्सप्रेस ने जम्मू एक्सप्रेस को यह ध्यान रखने के लिए कहा है कि उन्हें भारत के लिए 10-15 साल तक उच्चतम स्तर पर खेलना है.
वहीं बीसीसीआई और टीम प्रबंधन को उनके क्रिकेट करियर को लंबा करने के लिए वर्कलोड मैनेजमेंट पर सही ढंग से काम करना होगा. हालांकि जिस रफ़्तार से उमरान रन लुटा देते हैं उसपर भी कई दिग्गजों ने आपत्ति ज़ाहिर की है. रफ़्तार अपनी जगह अहम है
मगर कई मैचों में उन्होंने 4 ओवरों के दौरान 50 से भी ज़्यादा रन दे दिए हैं. ऐसे में तेज गेंदबाजी के साथ साथ उमरान को अपनी लाइन और लेंथ पर भी काफ़ी काम करना पड़ेगा, तभी जाकर न सिर्फ़ वह वर्ल्ड कप का हिस्सा पाएंगे बल्कि 10 से 15 साल देश को भी दे पाएंगे.
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