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Research On Meat : मांसाहारी की अपेक्षा शाकाहारी लोगों में कम रहता है कैंसर का खतरा

Harpreet Singh • LAST UPDATED : March 16, 2022, 7:04 pm IST

इंडिया न्यूज नई दिल्ली :

Research On Meat : दुनिया के अधिकांश चिकित्सक और हेल्थ विशेषज्ञ वेजिटेरियन खाने यानी शाकाहारी भोजन का समर्थन करते हैं। उनके अनुसार, इससे शरीर में ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्राल का स्तर सामान्य रहता है। यह डाइट हाइपरटेंशन, मोटापा और टाइप-2 डायबिटीज जैसी कई अन्य बीमारियों को दूर रखती है।

वर्ल्ड कैंसर रिसर्च फंड, कैंसर रिसर्च UK और आक्सफोर्ड पापुलेशन हेल्थ ने एक स्टडी में बताया है कि-शाकाहारी लोगों को मांसाहारियों के मुकाबले कैंसर का खतरा कम होता है।

4 लाख 72 हजार लोगों पर किया शोध  Research On Meat 

रिसर्च में पेस्केटेरियन्स यानी मछली खाने वाले लोगों को अलग ग्रुप में रखा गया। इस शोध में 4 लाख 72 हजार लोगों को शामिल किया गया था। इनका डाइट डेटा UK बायोबैंक से लिया गया। मांस और मछली खाने वाले लोगों को अलग-अलग कैटेगरीज में रखा गया। इन सब के 11.4 साल के डाइट पैटर्न को जांचा गया।

ग्रुप-1 : पहले ग्रुप में उन लोगों को रखा गया जो हफ्ते में 5 या ज्यादा दिन मांसाहारी भोजन खाते थे। ये लोग रेड मीट से लेकर चिकन तक, यानी सभी तरह का मांसाहारी भोजन करते थे।
ग्रुप-2 : दूसरे ग्रुप में वो लोग थे जो हफ्ते में 5 या उससे कम दिन मांस खाते थे।
ग्रुप-3 : तीसरे में उन्हें रखा जो पेस्केटेरियन्स थे, यानी केवल मछली खाने वाले थे।
ग्रुप-4 : चौथे और आखिरी ग्रुप में ऐसे शाकाहारी लोगों को रखा गया, जिन्होंने कभी मांस-मछली यानी मांसाहारी भोजन नहीं किया था।

मांसाहार के नुकसान

  • शोध में शाकाहारी महिलाओं में मेनोपाज के बाद होने वाले ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 18 प्रतिशत कम पाया गया।
  • वैज्ञानिकों ने पाया कि रेगुलर नानवेज खाने वालों की तुलना में कम नानवेज खाने वालों में किसी भी कैंसर का खतरा
  • प्रतिशत घट जाता है। पेस्केटेरियन्स में ये खतरा 10 प्रतिशत और शाकाहारियों में 14 प्रतिशत कम होता है।
  • इसके अलावा कम मांस खाने वालों में आंत में कैंसर होने का खतरा भी 9 प्रतिशत कम पाया गया है।
  • शाकाहारी महिलाओं में मेनोपाज के बाद होने वाले स्तन कैंसर का खतरा 18 प्रतिशत कम मिला। इसकी वजह नार्मल वजन माना जा सकता है।
  • वहीं मांसाहारियों के मुकाबले पेस्केटेरियन्स में प्रोस्टेट कैंसर का खतरा 20 प्रतिशत और शाकाहारियों में 31 प्रतिशत कम पाया गया।

जानें विशेषज्ञों की राय Research On Meat 

चिकित्सक अयान बसु ने बताया कि- शाकाहारी डाइट कोलोरेक्टल कैंसर के जोखिम को 22 प्रतिशत तक कम करती है। साथ ही कोई भी कैंसर होने के कुल खतरे को 10 से 12 प्रतिशत तक कम कर देती है। इसलिए सेहत के लिए वेजिटेरियन डाइट अच्छी मानी जाती है।

FSSAI ने किया प्लांट बेस्ड डाइट का समर्थन

फूड एंड सेफटी स्टैंडर्ड्स अथारिटी आफ इंडिया (FSSAI) ने भी अपने फोटो ट्वीट के माध्यम से शाकाहारी खाने के फायदों के बारे में जानकारी देते हुए शाकाहार भोजन का समर्थन किया था। मांसाहार की तुलना में शाकाहारी भोजन को अधिक लाभकारी और सेहतमंद बताया है। Research On Meat 

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