India News (इंडिया न्यूज),International Poverty Eradication Day: आज का दिन पूरी पूरी दुनिया विश्व गरीबी उन्मूलन दिवस के तौर पर मना रह है। देश दुनिया के लिए गरीबी एक बड़ी एक समस्या के तौर पर है। क्योंकि इसके कई स्तर होते है। वहीं इसकी परिभाषा की करें तो गरीबी भूख, आश्रय की कमी, बीमार होना या पर्याप्त धन न होना इत्यादी है। वहीं बात अगर मूल रूप से, गरीबी एक ऐसी अवस्था या स्थिति है जिसमें व्यक्ति के पास वित्तीय संसाधनों की कमी होती है और वह बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में सक्षम नहीं होता है।
इसके साथ हीं जानकारी के लिए बता दें कि, गरीबी से त्रस्त लोग और परिवार घर, साफ पानी, स्वस्थ भोजन और चिकित्सा देखभाल के बिना रहते हैं। इसलिए, गरीबी उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस गरीबी से त्रस्त लोगों या परिवारों की समस्याओं पर प्रकाश डालता है और विश्व स्तर पर सभी रूपों में गरीबी उन्मूलन की दिशा में काम करता है।
जानिए क्या है इसका इतिहास
वहीं अब बात अगर इस दिन के इतिहास की करें तो गरीबी उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस की शुरुआत 17 अक्टूबर, 1987 को हुई। जिस दिन पेरिस के ट्रोकैडेरो में एक लाख से अधिक लोग एकत्र हुए थे। बता दें कि, 1948 में, अत्यधिक गरीबी, हिंसा और भूख के पीड़ितों को सम्मानित करने के लिए पेरिस के ट्रोकैडेरो में मानवाधिकारों की सार्वभौम घोषणा पर हस्ताक्षर किए गए थे।
यह निर्णय लिया गया कि गरीबी मानव अधिकारों का उल्लंघन है और इन अधिकारों का सम्मान सुनिश्चित करने के लिए एक साथ आने की आवश्यकता की पुष्टि की गई। तब से, सभी पृष्ठभूमियों से लोग आगे आए और अपनी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करने और गरीबों के साथ अपनी एकजुटता दिखाने के लिए 17 अक्टूबर को यहां एकत्र हुए।
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