इंडिया न्यूज, चेन्नई:
(IRCTC) 17 साल के एक छात्र ने हजारों लोग जो आईआरसीटीसी के आनलाइन टिकटिंग प्लेटफार्म से आनलाइन टिकट बुक करवाते हैं, का डाटा लीक होने से बचा लिया। इस छात्र का नाम है रंगनाथन और यह छात्र चेन्नई के एक स्कूल में पढ़ता है। दरअसल, irctc के आनलाइन टिकटिंग प्लेटफार्म पर बग मिला था। इस बग की वजह से कोई भी पैसेंजर किसी दूसरे पैसेंजर की जानकारी प्राप्त कर सकता था जैसे किसी भी पैसेंजर का नाम, जेंडर, उम्र, पीएनआर नंबर, ट्रेन डिटेल, डिपार्चर स्टेशन और यात्रा की डेट इत्यादि। इतना ही नहीं, रंगनाथन ने कहा कि बैक-एंड कोड एक ही तरह का होने की वजह से एक हैकर खाना आर्डर करने, बोर्डिंग स्टेशन बदलने और यहां तक कि पैसेंजर की टिकट कैंसिल भी कर सकता है।
Ranganathan कुछ दिन पहले कफउळउ पोर्टल में लॉग इन करके ट्रेन टिकट बुक कर रहा था, उस दौरान उसे सिक्योरिटी सर्विस में कुछ गड़बड़ी दिखी जो उसके प्राइवेसी को खतरा पहुंचा सकती है। यह एक बग था। रंगनाथन ने इस बग को पहचान लिया था। रंगनाथन को जैसे ही बग के बारे में पता चला उसने कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम को इसकी सूचना दी। CERT ने मिनटों में इसके लिए query टिकट बनाया। रंगनाथन बताते हैं कि पांच दिन बाद, बग को ठीक कर दिया गया। बाद में IRCTC ने भी इस बात को स्वीकार किया कि यह एक बग था।