इंडिया न्यूज, यांगून:
Myanmar Army Action म्यांमार मेंं इस वर्ष फरवरी में तख्तापलट होने के बाद से वहां की सेना व मिलिशिया के बीच अब तक संघर्ष जारी है और मानवाधिकार समूह, स्थानीय लोगों और मीडिया से मिली ताजा जानकारी के अनुसार देश के काया प्रांत में सैन्य शासन के विरोधियों द्वारा स्थापित जुंटा सेना की कार्रवाई में 30 से जादा लोग मारे गए हैं। इसके बाद सेना ने शवों को जला दिया है। मानवाधिकार समूह और स्थानीय मीडिया ने शवों की तस्वीरें साझा की हैं जिनमें जले ट्रकों पर शवों के जले अवशेष नजर आ रहे हैं।
करेनी नाम के देश के मानवाधिकार समूह के मुताबिक उन्हें आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों के जले शव मिले हैं। समूह द्वारा अपनी फेसबुक पोस्ट मेें कहा गया है कि प्रुसो शहर के पास एक गांव में सेना द्वारा 30 से ज्यादा लोग मारे गए। मृतकों में महिलाएं व बच्चे और उम्रदराज पुरुष भी शामिल हैं। मानवाधिकार समूह ने सेना के इस अमानवीय कृत्य की कड़ी निंदा की है।
देश के सरकारी मीडिया के अनुसार म्यांमार सेना का इस गांव में विरोधी सशस्त्र बलों से संघर्ष हुआ। मीडिया ने सेना के हवाले से बताया कि आतंकी सात वाहनों में हथियारों सहित आए थे जिन्हें सेना ने गोली मार दी। सेना ने उन्हें रोका तब भी वे नहीं रुके और उसके बाद उन्हें गोली मार दी गई। मानवाधिकार समूह के कमांडर ने कहा है कि हम यह जानकर बेहद हैरान थे कि सभी शव अलग-अलग आकार के थे।
सुरक्षा कारणों से अपना नाम न बताने की शर्त पर एक ग्रामीण ने बताया कि उन्हें शुक्रवार की रात आग लगने की जानकारी मिली थी। इस बीच गोलीबारी के कारण वे घटनास्थल की तरफ नहीं जा सके। शनिवार सुबह जब ग्रामीण वहां गया तो उसने बच्चों और महिलाओं के जले हुए शव देखे, जिनके कपड़े पास ही बिखरे हुए पड़े थे।
Read More : Myanmar Army kills 11 people including 5 children सबूत मिटाने के लिए लगाई शवों को आग
Connect With Us: Twitter Facebook