India News (इंडिया न्यूज), Solar Storm: नासा के साथ-साथ पूरी दुनिया की अंतरिक्ष एजेंसियों ने चेतावनी जारी कर रखी है कि एक और तूफान धरती की तरफ आ रहा है। इस बीच आसमान में सोलर तूफान की वजह से एक घटना घट गई जो बहुत ही अजीब थी। विशाल सौर तूफान ने सूरज और पृथ्वी के बीच दुर्लभ दो घंटे का चुंबकीय मार्ग को खोल दिया है। इस घटना ने सूर्य पर अनोखा अरोरा और ट्रिगर किया जो 2 घंटे तक चला है। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया है।

बता दे कि पिछले साल अप्रैल में भड़के एक विशाल सौर तूफान ने पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के हिस्से को पूरी तरह से खराब कर दिया था। जिस ग्रह के मैग्नेटोस्फीयर में काफी ज्यादा बदलाव देखे गए इस दुर्लभ घटना की वजह से सूर्य और पृथ्वी के बीच एक दो तरफ राजमार्ग था जो अस्थाई रूप से खुल गया है। जिसे दोनों दिशाओं में आवेशित कण भेजे गए और दोनों छोर पर ऑरोरा चमकने लगे।

  • सोलर तूफान से दुनिया में डर का माहौल?
  • 1000 किलोमीटर से तेज स्पीड से आगे बढ़ेगा
  • 30 मिनट पहले जारी करेगा अलर्ट

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सोलर तूफान से दुनिया में डर का माहौल?

इस घटना के बारे में नासा ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है। जिसमें उन्होंने लिखा तूफान के दौरान कुछ समय के लिए सूर्य पृथ्वी के बीच दो तरफ राजमार्ग बन गया है। वही इस बात को दूसरे शब्दों में कहें तो सूर्य से पृथ्वी की ओर जाने वाले सामान्य एक तरफ प्रभाव अचानक दोनों दिशाओं में चलने लगे हैं जिसके बाद सूर्य से धरती और धरती से सूरज की तरफ लगातार कर आ रहे हैं।

वैज्ञानिकों की माने तो अगर आपके पास सुपरविजन होता तो आप सूरज पर एक अरोरा देख सकते थे। क्योंकि हमारे ग्रह के कारण सूरज के वायुमंडल से टकरा रहे थे। असल में यह सौर अरोरा सूरज की चमक के सामने देखने के लिए बहुत मंद होता है। लेकिन नासा के मैक्रोफेरिक मल्टी स्केल अंतरिक्ष यान ने आवेशित कणों की बारिश का पता लगाया है जो पृथ्वी के अल्फ़वेन पंखों से उड़ा और सौरमंडल के हमारे कोने से अजीब होने के बावजूद अल्फ़वेन पंखों वास्तव में ब्रह्मांड से कई और बहुत आम है।

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1000 किलोमीटर से तेज स्पीड से आगे बढ़ेगा

स्पेस डॉट कॉम वेबसाइट की एक रिपोर्ट के मुताबिक धरती की तरफ तीन अलग-अलग कोरोनल मास इजेक्शन बढ़ रहे हैं जिसका मतलब है कि हफ्ते अमेरिका यूरोप में कई सारी तबाही देखने को मिल सकती है। कोरोनल मास इजेक्शन और प्लाज्मा का यह वीजा विशाल विस्फोट है जो सूरत से निकलने वाले सौर प्लेयर से पैदा होता है और पृथ्वी पर हमारे शक्तिशाली भू चुंबकीय तूफानों का कारण बनता है। स्पेस वेंडर रिपोर्ट्स की मानी तो तीसरा और आखिरी कोरोनल मास इजेक्शन जो 8 अगस्त को सूरज की सतह से फटा था जो 1000 किलोमीटर से ज्यादा तेज स्पीड से आगे बढ़ रहा है।

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30 मिनट पहले जारी करेगा अलर्ट

सोलर तूफान के खतरे को लेकर नासा ने लोगों को पहले से ही चेतावनी दे दी है। नासा की मानें तो अगर भविष्य में कभी बड़ा सोलर स्ट्रांग या शार्ट तूफान आता है तो धरती पर बस 30 मिनट पहले किया जा सकता है। अगर इस 30 मिनट में लोग खुद को बचाया जा सकता हैं तब कुछ हद तक गुंजाइश बचेगी वरना तबाही का मंजर देखने में जरा भी देर नहीं लगेगी।

सोलर स्ट्रांग की खतरे से दुनिया को बचाने के लिए वैज्ञानिकों ने इसे DAGGER नाम की एक नई तकनीक जांच चाहिए एक रिपोर्ट की माने तो DAGGER सोलर स्टॉर्म से जुड़ी जानकारी देने में मदद करेगा। इस तकनीक की मदद से 16 तूफान का कुछ मिनट में अनुमान लगाया जा सकता है उसकी दिशा बताई जा सकती है।

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