India News UP (इंडिया न्यूज़), Abhinav Arora Income: दिल्ली के 10 वर्षीय बाल संत और आध्यात्मिक कंटेंट क्रिएटर अभिनव अरोड़ा सोशल मीडिया पर बहुत लोकप्रिय हो चुके हैं। उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर लगभग 10 लाख फॉलोअर्स हैं, और उनके वीडियो अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं। उनका आध्यात्मिक कंटेंट और धर्म से जुड़े संदेश लोगों को बहुत आकर्षित करते हैं। लेकिन, इस प्रसिद्धि के साथ ही कुछ सवाल उठने लगे हैं कि क्या अभिनव अपनी सोशल मीडिया पहुंच से पैसे भी कमाते हैं। इस पर अभिनव के पिता, तरुण राज अरोड़ा ने अपनी चुप्पी तोड़ी है और इन आरोपों का पूरी तरह से खंडन किया है।

तरुण अरोड़ा ने सोशल मीडिया से कमाई के आरोपों को किया खारिज

तरुण अरोड़ा ने अपने बेटे के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से कमाई के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि अभिनव के सोशल मीडिया चैनल्स को मोनेटाइज करने का कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है। उनका कहना था, “हमने अब तक किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को मोनेटाइज नहीं किया है। इंस्टाग्राम, फेसबुक और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स पर पैसे कमाए जा सकते हैं, लेकिन हमारे पास एक भी चैनल मोनेटाइज करने का विकल्प एक्टिवेट नहीं किया गया है।” तरुण अरोड़ा ने यह भी स्पष्ट किया कि अभिनव के इंस्टाग्राम पर लगभग 10 लाख फॉलोअर्स हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने किसी भी प्लेटफॉर्म से आज तक कोई वित्तीय लाभ नहीं प्राप्त किया है।

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भविष्य में मोनेटाइज होने के दिए संकेत

इसके साथ ही, तरुण अरोड़ा ने वृंदावन के होटलों से पैसे लेकर प्रचार करने के दावों का भी खंडन किया है। उन्होंने बोला कि, “अगर कोई होटल यह दावा करता है कि हमने उनसे प्रचार के लिए पैसे लिए हैं, तो यह पूरी तरह से गलत है। यदि किसी होटल ने अभिनव को आमंत्रित किया और हमें लगता है कि यह वृंदावन के पर्यटन को सही तरीके से प्रभावित करेगा, तो हम उसका प्रचार कर सकते हैं, लेकिन यह बिना किसी भुगतान के किया जाता है।” तरुण अरोड़ा ने यह भी बताया कि भविष्य में यदि अभिनव के सोशल मीडिया चैनल मोनेटाइज होते हैं, तो उससे होने वाली आय का इस्तेमाल समाज सेवा के कार्यों के लिए किया जाएगा। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य कभी भी सोशल मीडिया से व्यक्तिगत लाभ कमाना नहीं रहा है। अगर हम भविष्य में मोनेटाइजेशन करते हैं, तो उस पैसे का उपयोग सेवा कार्यों में किया जाएगा, जैसे गायों की देखभाल या संतों की सेवा।”

अभिनव को ट्रोल किए जाने को लेकर अदालत में याचिका दायर

इसके अलावा, अभिनव अरोड़ा के वकील पंकज आर्य ने जानकारी दी कि सोशल मीडिया पर अभिनव को ट्रोल किए जाने को लेकर अदालत में याचिका दायर की गई है। पंकज आर्य ने कहा कि कुछ लोग अभिनव अरोड़ा और सनातन धर्म के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। उन्होंने कहा, “हमने इस मामले को अदालत में उठाया है और आवश्यकता पड़ने पर हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे। हम इन यूट्यूबर्स के खिलाफ एफआईआर की मांग भी करेंगे।” अरोड़ा का आध्यात्मिक सफर तीन साल की उम्र से शुरू हुआ था। तब से ही वे धर्म और समाज के लिए काम कर रहे हैं। उनके वीडियो और प्रवचन सोशल मीडिया पर काफी पसंद किए जाते हैं। अभिनव और उनके परिवार का कहना है कि उनका मुख्य उद्देश्य समाज में सकारात्मक बदलाव लाना और धर्म के संदेश को फैलाना है, न कि इससे किसी व्यक्तिगत लाभ की उम्मीद करना।

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