India News (इंडिया न्यूज), Haunted Island: इटली के वेनिस और लीडो के बीच स्थित पोवेग्लिया द्वीप दुनिया की सबसे भुतहा जगहों में से एक मानी जाती है। ये द्वीप अपने डरावने इतिहास और रहस्यमयी घटनाओं के कारण हमेशा चर्चा में रहा है। कहा जाता है कि यहां प्लेग महामारी के दौरान मारे गए मरीजों और उन पर अत्याचार करने वाले डॉक्टरों के भूत भटकते हैं। यही वजह है कि यह द्वीप अब स्थायी रूप से पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है।
ब्लैक डेथ के दौरान बना मौत का ठिकाना
पोवेग्लिया द्वीप का पहला उल्लेख 421 ईस्वी से भी पहले का मिलता है। लेकिन 14वीं शताब्दी में जब यूरोप में ब्लैक डेथ (ब्यूबोनिक प्लेग) महामारी फैली, तब इस द्वीप को संक्रमित मरीजों को रखने के लिए इस्तेमाल किया गया। यह जगह उन लोगों के लिए एक तरह से “मौत का ठिकाना” बन गई, जिन्हें ठीक होने की कोई उम्मीद नहीं थी। हजारों बीमार लोगों को यहां लाकर मरने के लिए छोड़ दिया गया। माना जाता है कि मरने के बाद उनकी लाशों को वहीं जला दिया जाता था।
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टॉर्चर और मौत का केंद्र बना अस्पताल
पोवेग्लिया का खौफनाक इतिहास यहीं खत्म नहीं हुआ। 1800 के दशक में इस द्वीप को एक मनोरोग अस्पताल में बदल दिया गया। वहां मानसिक रोगियों पर अजीबोगरीब और दर्दनाक प्रयोग किए गए। कुछ शोधों के अनुसार, डॉक्टर इन मरीजों पर अत्याचार करते थे, जिससे कई मरीजों की दर्दनाक मौत हो गई। 1930 के दशक में, इन घटनाओं का असर इतना भयावह था कि वहां काम करने वाले कई डॉक्टरों ने खुद अपना मानसिक संतुलन खो दिया और कुछ ने आत्महत्या तक कर ली।
भूतों का बसेरा या सिर्फ एक रहस्य?
स्थानीय निवासियों और मछुआरों का मानना है कि पोवेग्लिया पर आज भी भूतों का वास है। प्लेग में मारे गए मरीजों और अस्पताल में मौत का शिकार हुए डॉक्टरों की आत्माएं यहां भटकती हैं। मछुआरे इस द्वीप के पास जाने से डरते हैं। कई लोगों ने दावा किया है कि उन्होंने वहां अजीबोगरीब आवाजें सुनीं और अप्राकृतिक घटनाएं महसूस कीं। पिछले कुछ सालों में, इटली सरकार ने इस द्वीप को विकसित करने की कोशिश की, लेकिन रहस्यमयी घटनाओं के कारण यह सफल नहीं हो सका। द्वीप पर कोई निर्माण कार्य या अन्य गतिविधि लंबे समय तक नहीं चल पाई।
डर का दूसरा नाम है पोवेग्लिया
पोवेग्लिया को “लाशों का कूड़ादान” भी कहा जाता है क्योंकि यहां हजारों लोगों की मौत हुई थी। अब यह द्वीप निर्जन है और इसे हमेशा के लिए बंद कर दिया गया है। पर्यटकों और शोधकर्ताओं के लिए यह एक पहेली बना हुआ है।
क्यों है यह दुनिया का सबसे डरावना द्वीप?
पोवेग्लिया का इतिहास ही इसे डरावना बनाता है। हजारों बीमार लोगों की मौत, अत्याचार का शिकार हुए मानसिक रोगी, और रहस्यमयी घटनाएं इसे दुनिया का सबसे डरावना द्वीप बनाती हैं। इसके आसपास रहने वाले लोग इस जगह को लेकर इतनी दहशत में हैं कि यहां के पास जाने से भी कतराते हैं। पोवेग्लिया सिर्फ एक द्वीप नहीं है, बल्कि एक ऐसी जगह है जो इतिहास, दर्द और रहस्यों से भरी हुई है। इसका अतीत इसे दुनिया की सबसे डरावनी जगहों में शुमार करता है। शायद यही कारण है कि यह आज भी लोगों के लिए आकर्षण और भय दोनों का केंद्र बना हुआ है।