India News (इंडिया न्यूज), IDF Rescue Yazidi Woman From ISIS : इजरायली सेना लगातार गाजा में हमास के खिलाफ अपना अभियान चला रही है। हमास-इजरायल संघर्ष में IDF ने आतंकियों के चंगुल में फसें कई लोगों का रेस्कयू किया है। इसी में यजीदी महिला फौजिया अमीन सिदो भी शामिल हैं, जिन्हें गाजा से IDF ने रेस्कयू किया है। फौजिया अमीन सिदो पर ISIS आतंकियों ने बर्बरता की सारी हदें पार कर दी। अपनी आप आपबीति सुनाते हुए फौजिया ने बताया कि ISIS आतंकियों ने उसे छोटी उम्र में ही कैद कर लिया था और कई वर्षों तक आतंकवादी संगठन के चंगुल में रहीं। इस दौरान उसके साथ कई सारे अत्याचार करे गए।

ISIS ने पार की सारी हदें

अमीन सिदो ने बताया कि आतंकियों ने उसे और उसके भाइयों को सिंजार से तल अफार की ओर चलने के लिए मजबूर किया गया था। आतंकियों ने उन्हें खाने के लिए कुछ भी नहीं दिया। तीन दिन तक ये लोग भूखे रहे। इसके बाद उन्हें चावल और मांस परोसा गया, लेकिन आतंकियों ने उन्हें ये नहीं बताया कि मांस किसका है. बाद में यह खुलासा हुआ कि वह मांस यज़ीदी बच्चों का था। जिसे अमीन सिदो और उसके भाईयों ने खाया था।

अमीन सिदो ने आगे बताया कि मास खाने के बाद आतंकियों ने बताया कि हमने जो मांस खाया था, वह यज़ीदी बच्चों का था। उन्होंने हमें बच्चों की तस्वीरें भी दिखाई, जिनके सिर काट दिए गए थे, और कहा कि ये वही बच्चे हैं जिन्हें हमने खा लिया है।”

यजीदी समुदाय के साथ हुई जमकर बर्बरता

यजीदी समुदाय से आने वाली फौजिया सिदो ने बताया कि ISIS ने 2014 में उन्हें गुलाम बना लिया था। यजीदी समुदाय की बात करें तो ये समुदाय उत्तरी इराक का धार्मिक अल्पसंख्यक है, ISIS के शासनकाल के दौरान भयंकर अत्याचारों का सामना करता रहा है।

फौजिया सिदो के बयान से पहले यज़ीदी सांसद वियान दखील ने 2017 में इस प्रथा का खुलासा किया था। फिलहाल फौजिया को UN की मदद से उनके परिवार के पास इराक भेजा दिया गया है।

नेतन्याहू-अयातुल्ला हजारों किमी दूर मचा रहे तबाही, क्यों भारत के किसान भुगत रहे सजा? जानकर फटी रह जाएंगी आंखें