India News (इंडिया न्यूज), Indonesia Pleasure Marriage: आधुनिक युग के शुरुआत के साथ मनुष्यों ने तरह-तरह के प्रयोग शुरू कर दिए। जो निजी जीवन से लेकर तकनीक तक को प्रभावित करने लगा। दरअसल, इंसानों में छुट्टियां बिताने किसी प्राकृतिक जगह पर जाने का चलन बन गया है। वहीं अक्सर जब हम कहीं जाते हैं तो वहां घूमने के लिए एक गाइड जरूर रखते हैं। जो हमें उस जगह के बारे में बताता है। लेकिन दुनिया में एक ऐसा देश भी है जहां पर्यटकों को पत्नियां दी जाती हैं। बता दें कि पर्यटक अपनी पसंद की महिला को कुछ समय तक अपनी पत्नी के रूप में रखते हैं और यात्रा खत्म होने के बाद उसे तलाक दे देते हैं।
मुस्लिम देश में शुरू हुई नई प्रथा
बता दें कि, इंडोनेशिया में एक नई प्रथा सामने आ रही है, जिसे प्लेजर मैरिज या निकाह मुताह कहा जा रहा है। इस प्रथा के तहत 17 से 25 साल की लड़कियां विदेशी पर्यटकों के साथ कॉन्ट्रैक्ट मैरिज करती हैं। जिसके बाद टूर खत्म होने तक वह पर्यटक की पत्नी बनी रहती हैं। इस दौरान लड़की शादीशुदा महिला की तरह अपने अस्थायी पति की हर बात मानती है। हाल ही में एक 50 वर्षीय व्यक्ति ने 17 वर्षीय लड़की से एक होटल में शादी की, जिसके लिए उसने दहेज के तौर पर 850 डॉलर दिए।
वहीं शादी के कुछ दिनों बाद ही व्यक्ति ने उसे तलाक दे दिया और सऊदी अरब चला गया। दरअसल, इंडोनेशिया के पहाड़ी इलाके पुनकक में इस तरह की शादियां अब एक उद्योग का रूप ले चुकी हैं। स्थानीय लोग इसे तलाकशुदा गांव कहते हैं। जहां ऐसी शादियों के कारण आर्थिक मजबूरी के चलते युवतियां इस धंधे में शामिल हो रही हैं।
आर्थिक तंगी बनी इस धंधे की मजबूरी
दरअसल, इस प्रथा को बढ़ावा देने वाले दलाल और एजेंट भी सक्रिय हैं, जो पर्यटकों से लड़कियों को मिलवाने का काम करते हैं। एजेंट लड़के को लड़की से मिलवाता है, शादी तय करता है, अपना हिस्सा लेता है और फिर वहां से चला जाता है। हालांकि, यह प्रथा इंडोनेशिया के लिए विवादास्पद है और सरकारी कानून इसे अवैध मानते हैं, लेकिन व्यावहारिक रूप से इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। वही इस स्थिति को देखते हुए जकार्ता के सरीफ हिदायतुल्ला इस्लामिक स्टेट यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर यायन सोपयान ने कहा कि कई परिवार आर्थिक तंगी के कारण इस प्रथा को अपनाने को मजबूर हैं। कोविड-19 महामारी ने मुश्किलों को और भी बढ़ा दिया है। इस विषय पर चर्चा करना बहुत जरूरी है, ताकि इस आर्थिक तंगी को दूर किया जा सके और युवतियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।