India News (इंडिया न्यूज), Maharashtra Assembly Election Result: महाराष्ट्र के 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को चुनाव संपन्न हुआ। जहां 65.02 फीसदी मतदान हुई। जिसकी गिनती आज (23 नवंबर) सुबह 8 बजे से शुरू होगी। वहीं अब देखना होगा की सत्ता की चाभी किस गठबंधन के हाथ लगती है। दरअसल, एक तरफ बीजेपी के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन है। जिसका हिस्सा शिवसेना शिंदे गुट और एनसीपी अजित पवार गुट है। दूसरी तरफ कांग्रेस के नेतृत्व वाली विपक्षी एकता महा विकास अघाड़ी गठबंधन है। जिसका हिस्सा शिवसेना उद्धव गुट और एनसीपी शरद पवार गुट है। आइए जानते हैं दिग्गजों की कौन-कौन से सीट है।
महाराष्ट्र की सबसे हॉट सीट
एकनाथ शिंदे: महाराष्ट्र चुनाव में ठाणे जिले की कोपरी-पाचपाखाडी विधानसभा सीट सबसे प्रमुख सीटों में से एक है। यहां से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे चुनाव लड़ रहे हैं। वह 2009 से कोपरी-पाचपाखाडी सीट पर अपराजित रहे हैं। 2019 में शिंदे ने कोपरी-पाचपाखाडी सीट पर कांग्रेस के घाडिगांवकर पांडुरंग को 89300 मत के बड़े अंतर से शिकस्त दी थी। इस चुनाव में उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (यूबीटी) ने दिवंगत नेता आनंद दिघे के भतीजे केदार दिघे को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ उतारकर बड़ा दांव चला है। दरअसल, आनंद दिघे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गुरु रहे हैं।
देवेंद्र फडणवीस: इस चुनाव में नागपुर दक्षिण-पश्चिम विधानसभा सीट भी काफी अहम है। यहां से उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर मैदान में हैं। 1999 में उनकी महाराष्ट्र विधानसभा में बतौर विधायक एंट्री हुई, जो अभी तक जारी है। 1999 और 2004 में फडणवीस नागपुर पश्चिम सीट से चुनाव जीते। परिसीमन के बाद जब नागपुर दक्षिण-पश्चिम विधानसभा सीट बनी तो फडणवीस ने यहां से चुनाव लड़ा और फिर विधायक बने। पिछले चुनाव में भी देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस के डॉ. आशीष देशमुख को 49,344 वोट से हराया था। इस बार उनके सामने कांग्रेस के प्रफुल्ल विनोद गुडाधे (पाटिल) किस्मत आजमा रहे हैं।
अजित पवार: बारामती विधानसभा सीट हमेशा की तरह 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भी खास बनी हुई है। ये वही सीट है, जहां से कभी महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार जीते थे। हालांकि, पिछले सात चुनावों में बारामती सीट से शरद पवार के भतीजे अजित पवार जीतते रहे हैं। 2019 में सबसे बड़ी जीत हासिल करने वाले एनसीपी के अजित पवार थे। इन्होंने बारामती सीट से भाजपा के गोपीचंद कुंडलिक पडलकर को 1,65,265 वोट के अंतर से चुनाव जीता था। अजित पवार के सामने उनके भतीजे युगेंद्र पवार खड़े हैं। युगेंद्र शरद पवार वाली एनसीपी के उम्मीदवार हैं।
नाना पटोले: भंडारा जिले की साकोली सीट भी चर्चित सीटों में शुमार है। यहां से महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले चुनावी मैदान में उतरे हैं। पटोले साकोली सीट से चार बार के विधायक हैं। महाराष्ट्र के भंडारा-गोंदिया सीट से पूर्व भाजपा सांसद नाना पटोले जनवरी 2018 में कांग्रेस में शामिल हो गए। पटोले मूल रूप से कांग्रेस में थे, लेकिन कुछ समय के लिए कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। पिछली बार कांग्रेस के नाना पटोले ने भाजपा के डॉ. परिणय फुके को 6240 मत से हराया था। इस बार के चुनाव में कांग्रेस के नाना पटोले के सामने साकोली में भाजपा ने पार्टी में एक दिन पहले आने वाले अविनाश ब्राह्मणकर को अपना उम्मीदवार बनाया।
पृथ्वीराज चव्हाण: सतारा जिले की दक्षिण कराड सीट पर दिलचस्प मुकाबले की उम्मीद है। यहां 78 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण विधानसभा में लगातार तीसरी बार जीतने के लिए मैदान में उतरे हैं। इस निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस मजबूत मानी जाती रही है और इससे पहले वरिष्ठ नेता यशवंतराव मोहिते और विलासराव पाटिल उंडालकर इस सीट पर जीत दर्ज कर चुके हैं। दक्षिण कराड निर्वाचन क्षेत्र लंबे समय से पारंपरिक प्रतिद्वंद्वियों कांग्रेस और भाजपा के बीच लड़ाई का मैदान रहा है। पिछले चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा के डॉ. अतुल भोसले को 9130 मत से हराया था। दक्षिण कराड निर्वाचन क्षेत्र में चव्हाण का भाजपा के 41 वर्षीय एमबीबीएस डॉक्टर अतुल भोसले से हुआ।
आदित्य ठाकरे vs मिलिंद देवड़ा: वर्ली सीट से आदित्य ठाकरे फिर से चुनाव लड़ रहे हैं। आदित्य शिवसेना (यूबीटी) के एक प्रमुख नेता और युवा सेना के अध्यक्ष हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में आदित्य ने मुंबई में अपनी पार्टी शिवसेना के गढ़ वर्ली सीट पर बहुजन रिपब्लिकन सोशलिस्ट पार्टी के सुरेश माने को 70 हजार से अधिक वोट से हराया था। इस चुनाव में पूर्व मंत्री का सामना पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद मिलिंद देवड़ा से है। देवड़ा एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना के टिकट पर मैदान में उतरे।
अमित ठाकरे: मध्य मुंबई की माहिम विधानसभा सीट तीन सेनाओं के मुकाबले में फंस गई। इस सीट से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के मुखिया राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे पहली बार चुनावी मैदान में उतरे। भतीजे अमित के सामने पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने महेश सावंत को टिकट दिया। वहीं भाजपा ने अमित ठाकरे को समर्थन दिया, जबकि उसकी सहयोगी एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना ने अपने मौजूदा विधायक सदा सरवणकर को मैदान में उतारा।
रोहित पवार: शरद पवार के पोते रोहित पवार भी एक बार फिर चुनाव मैदान में हैं। वह कर्जत-जामखेड विधानसभा क्षेत्र से एनसीपी (शरद गुट) के उम्मीदवार हैं। रोहित पवार के सामने भाजपा ने पूर्व मंत्री राम शंकर शिंदे को फिर से मौका दिया। 2019 में भी कर्जत जामखेड में रोहित पवार बनाम राम शंकर शिंदे का मुकाबला हुआ था। पिछले चुनाव में 25 साल से भाजपा का गढ़ रहे कर्जत-जामखेड में रोहित पवार ने देवेंद्र फडणवीस सरकार में कैबिनेट मंत्री राम शंकर शिंदे को हराकर भाजपा का किला भेद दिया। रोहित यह चुनाव 43347 वोट से जीतने में सफल हुए थे।
धीरज देशमुख: विलासराव देशमुख के छोटे बेटे धीरज देशमुख को कांग्रेस ने लातूर ग्रामीण से टिकट दिया। उनका मुकाबला भाजपा के एमएलसी रमेश कराड से हुआ।
जीशान सिद्दीकी: मुंबई की वांद्रे पूर्व सीट हॉट सीटों में शामिल रही। एनसीपी के दिवंगत नेता बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी यहां से चुनाव मैदान में उतरे हैं। हाल ही में कांग्रेस से एनसीपी में आए जीशान का मुकाबला शिवसेना यूबीटी के नेता वरुण सरदेसाई और मनसे की तृप्ति सावंत से हुआ। 2019 के चुनावों में जीशान ने बतौर कांग्रेस उम्मीदवार शिवसेना के विश्वनाथ महादेवेश्वर को 5,790 वोट से हराया था।