India News (इंडिया न्यूज), Premanand Ji Maharaj Tips: प्रेमानंद जी महाराज ने अपने एक प्रवचन में बताया कि यदि किसी व्यक्ति को सपने में दिवंगत रिश्तेदार या अन्य लोग दिखाई देते हैं, तो इसका कोई नकारात्मक या चिंताजनक अर्थ नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि हमारा मन कई लोगों से जुड़ा रहता है, चाहे वे जीवित हों या दिवंगत इसलिए ऐसे सपने दिखाई देते हैं। इस प्रकार के सपने किसी गहरे संकेत का नहीं, बल्कि सामान्य मानसिक स्थिति का परिणाम होते हैं। प्रेमानंद महाराज ने यह भी कहा कि ऐसा कोई संकेत नहीं होता जिससे यह साबित हो कि हमने कुछ गलत किया है। ऐसे सपनों से डरने की जरूरत नहीं है।
प्रेमानंद जी ने बताया क्यों दिखाई देते हैं सपने?
उन्होंने कहा कि, सपने दिखना सिर्फ हमारी कल्पना होती है सपने में मन में जो चलता है उसके अलावा और कुछ नहीं वही दिखाई देता है इसका और कोई अर्थ नहीं होता है। प्रेमानंद जी के अनुसार इंसान का मन ही भगवान है, मन ही देवता है मन ही गुरु है, मन ही संत है और मन ही भगवान भी है। एक सपने में मन के सिवा कुछ नहीं होता है। उन्होंने बताया कि, इस सृष्टि में वासुदेव के सिवा कुछ नहीं हैं। उसी प्रकार सपने में मन के रोल के अलावा और कुछ नहीं होता है।
भक्तों के बीच बहुत लोकप्रिय प्रेमानंद जी महाराज
प्रेमानंद जी महाराज अपने प्रवचनों और गहन बातों के लिए अपने भक्तों के बीच बहुत लोकप्रिय हैं। वे सुबह 3 बजे परिक्रमा के लिए निकलते हैं। उस दौरान भक्त उनके दर्शन के लिए कतार में खड़े रहते हैं। वृंदावन में प्रेमानंद महाराज से मिलने के लिए मशहूर हस्तियां भी कतार में खड़ी रहती हैं। वे जीवन के रहस्यों के बारे में भी बात करते हैं। महज 13 साल की उम्र में घर छोड़कर संन्यास लेने वाले प्रेमानंद की ख्याति बहुत तेजी से फैल रही है।
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