India News (इंडिया न्यूज), Tanya Mittal: प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अवसर पर करोड़ों श्रद्धालु संगम स्नान के लिए उमड़े, लेकिन इस दौरान हुई भगदड़ ने खुशियों को मातम में बदल कर रख दिया। इस भगदड़ में कई लोगों को अपना जान गवानी पड़ी। इसी दौरान सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर तान्या मित्तल जो कुछ दिन पहले ही महाकुंभ के अरैल घाट पर कम भीड़ और प्रशासन की बेहतरीन व्यवस्था की तारीफ कर रही थीं वो खुद भी इस भीड़ में फंस गईं और इस दौरान उन्हें भयावह मंजर का सामना करना पड़ा।
तान्या ने बताया क्या हुआ था भगदड़ वाली रात?
तान्या का एक मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वो मीडिया चैनल द लल्लनटॉप के रिपोर्टर अभिनव से बातचीत करते हुए रो पड़ीं हैं। उन्होंने अभिनव को बताया कि तड़के सुबह संगम नोज और झूंसी इलाके में भारी भीड़ के चलते भगदड़ मच गई थी। हजारों लोग जान बचाने के लिए संघर्ष कर रहे थे, वहीं कई लोगों की दम घुटने से भी मौत हो गई है। तान्या ने बताया कि वो हादसे वाली जगह से थोड़ी दूरी पर थीं, तभी अचानक भीड़ में चीख-पुकार मच गई। स्थिति को समझने के लिए तान्या अपनी टीम और सिक्योरिटी गार्ड्स के साथ भीड़ में गईं, लेकिन वहां का नजारा दिल दहला देने वाला था। लोगों के दबने और दम घुटने से हालात बेकाबू हो चुके थे। तान्या भी खुद इस भीड़ में बुरी तरह फंस गईं और उनका दम घुटने लगा।
तान्या ने बताया कड़वा सच
तान्या ने भावुक होते हुए बताया कि भगदड़ के दौरान उनके सामने दो महिलाओं ने दम तोड़ दिया। हालात इतने बिगड़ गए कि उनकी सुरक्षा में तैनात एक गार्ड ने उन्हें पास की एक हल्दीराम शॉप में धक्का देकर अंदर पहुंचाया। लेकिन वहां भी हालात कम भयावह नहीं थे—दुकान के अंदर कई लाशें पड़ी थीं और लोग उनके ऊपर से गुजर रहे थे। तान्या और उनकी टीम ने अपनी जान की परवाह किए बिना करीब 100-150 लोगों को सुरक्षित निकाला, जिनमें बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग शामिल थे। उन्होंने लाशों को भी सड़क से हटाकर स्टोर रूम में रखा ताकि भगदड़ और ज्यादा न बढ़े। लेकिन बावजूद इसके, कई लोग भीड़ के दबाव में दम तोड़ चुके थे।
कौन हैं तान्या मित्तल?
तान्या मित्तल एक सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर और एंटरप्रेन्योर हैं। वो 2018 में “मिस ‘एशिया टूरिज्म यूनिवर्स’ का खिताब जीत चुकी हैं। इस बार वो उत्तर प्रदेश पर्यटन के प्रचार के लिए महाकुंभ में पहुंची थीं। लेकिन जिस व्यवस्था की वह पहले तारीफ कर रही थीं, उसी में फंसकर उन्हें हकीकत का कड़वा सच देखने को मिला। यह घटना ये सवाल जरूर खड़ी करती है कि अगर भीड़ नियंत्रण के पुख्ता इंतजाम होते, तो क्या इतनी मौतें होतीं?
महिलाओं के साथ इस राजा ने क्रूरता की हद कर दी थी पार, स्तनों के साथ करता था ऐसा काम कि…