दरअसल, मूंग की दाल जो आमतौर पर भारतीय घरों में खाई जाती है और जिसे पोषक तत्वों से भरपूर माना जाता है, वह “इंसान का मांस खाती है” इस दावे को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से कुछ खास तरीके से समझा जा सकता है।
मूंग की दाल और उसका प्रोटीन:
मूंग की दाल में एक विशेष प्रकार का प्रोटीन पाया जाता है जिसे “प्रोटियोलिटिक एंजाइम्स” कहा जाता है। ये एंजाइम्स हमारी पाचन प्रक्रिया को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इनका मुख्य कार्य शरीर में से अशुद्ध तत्वों और गंदे मांस को निकालना है, जो शरीर में जमी हुई चर्बी और मृत कोशिकाओं के रूप में होते हैं।
जब कहा जाता है कि मूंग की दाल “इंसान का मांस खाती है”, तो इसका मतलब यह नहीं कि यह असल में किसी का मांस खा रही होती है, बल्कि यह शरीर के अंदर जमा विषैले तत्वों, अवशिष्ट पदार्थों और अतिरिक्त चर्बी को खत्म करने का काम करती है। यही कारण है कि मूंग की दाल को वेट लॉस और शरीर को स्वस्थ बनाने के लिए बहुत अच्छा माना जाता है।
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मूंग की दाल के फायदे:
- वेट लॉस (Weight Loss):
मूंग की दाल का सेवन मोटे लोगों के लिए फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें प्रोटीन और फाइबर की अच्छी खासी मात्रा होती है, जो शरीर में जमी चर्बी को खत्म करने में मदद करती है। यह शरीर के अंदर जमा अतिरिक्त फैट को खत्म करने का काम करती है, जिसे अक्सर “मांस” के रूप में देखा जाता है। - सुडौल शरीर और पाचन तंत्र की सेहत:
मूंग की दाल का सेवन शरीर को सुडौल बनाता है और इसमें मौजूद फाइबर लंबी अवधि तक पेट को भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे अधिक खाने की आदत कम हो जाती है। इसके अलावा, यह पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाती है। - ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करना:
मूंग की दाल का सेवन हाई ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित करने में मदद करता है। इसमें पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज होते हैं, जो रक्तचाप को संतुलित रखने में सहायक होते हैं। - पौष्टिकता और सुपाच्यता:
मूंग की दाल बेहद पौष्टिक और सुपाच्य मानी जाती है। यह बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक के लिए आदर्श आहार है। इसकी हल्की और आसानी से पचने वाली संरचना इसे सभी आयु वर्ग के लिए उपयुक्त बनाती है।
हिंदू धर्म में मूंग की दाल का महत्व:
हिंदू धर्म में वेजिटेरियन आहार को बहुत महत्व दिया जाता है। हालांकि, मूंग की दाल का सेवन आमतौर पर हिंदू और वेजिटेरियन समुदाय के लोग भी करते हैं, क्योंकि यह एक शाकाहारी स्रोत है और इसमें उच्च मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। मूंग की दाल को हल्का और सुपाच्य माना जाता है, और यह स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
जब यह कहा जाता है कि “मूंग की दाल इंसान का मांस खाती है”, तो इसका अर्थ यह है कि यह दाल शरीर के अंदर से अतिरिक्त चर्बी और अशुद्ध तत्वों को खत्म करती है, जिससे शरीर में स्वस्थ और संजीवनीय बदलाव आते हैं। यह दाल न केवल वजन कम करने में मदद करती है, बल्कि यह उच्च रक्तचाप, पाचन संबंधी समस्याओं, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं को भी नियंत्रित करती है।
इसलिए, मूंग की दाल को अपने आहार में शामिल करना स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद लाभकारी होता है, और यह इस दावे के बावजूद पूरी तरह से शाकाहारी और वेजिटेरियन लोगों के लिए सुरक्षित और लाभकारी है।
Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।