इंडिया न्यूज, Latest lifestyle News: इस मौसम में नमी और ह्यूमिडिटी अपने चरम पर होती है। इसकी वजह से कभी त्वचा में चिपचिप तो कभी बालों का झड़ना। लोग त्वचा संबंधी परेशानियों से तो लड़ लेते हैं, लेकिन बालों की समस्याओं को यूं ही छोड़ देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस मौसम में बाल क्यों झड़ते हैं। चलिए जानते हैं इसका कारण और बचाव के उपाय क्या हैं।
मानसून में तेजी से बाल झड़ने का कारण?
- हार्मोन का असंतुलन
सर्केडियन रिदम हार्मोन के जरिए नींद और जागने के चक्र के साथ गहराई से जुड़ा है। बॉडी स्लीप-वेक साइकल इसी पर टिका होता है। इसमें गड़बड़ी और हार्मोन के असंतुलन के कारण नींद नहीं पूरी होती और बाल तेजी से झड़ते हैं। बाल खराब होने के पीछे मेनोपॉज, पीसीओएस, थायराइड, डायबिटीज भी जिम्मेदार होता है। - ऑक्सीजन की कमी होना
आयरन की कमी के कारण हीमोग्लोबिन कम होता है। हीमोग्लोबिन फेफड़ों से ऑक्सीजन लेकर ब्लड में ऑक्सीजन पहुंचाता है। इसलिए आयरन की कमी से शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है और हीमोग्लोबिन कम होने से शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। - बालों में पसीना आना
बारिश के मौसम में उमस की वजह से बालों में पसीना ज्यादा होता है। कई लोगों का पसीना एसिडिक होता है। इस वजह से बाल ज्यादा झड़ते हैं। इस मौसम में बालों का ज्यादा ख्याल रखें। हफ्ते में 2 से 3 बार बाल धोएं। हेयर वॉश के बाद बालों को अच्छे से सुखाएं ताकि नमी न रहे। - स्कैल्प में घाव से घटती हेयर लाइन
चोटी बनाते समय बालों को मजबूती से खींचकर रबड़ से बांधने या रोजाना हेलमेट पहनने से स्कैल्प में घाव होता है। इसे ट्रैक्शन एलोपेसिया कहते हैं। ज्यादा गंभीर स्थिति में इसे ट्रिकोटिलोमेनिया कहते हैं। इसमें बालों को तेजी से खींचने की इच्छा होती है। इससे बाल कमजोर हो कर तेजी से टूटते हैं। - आंत के विषैले तत्व से होते हैं बाल खराब
आंत का मैकेनिज्म खराब है तो इसका असर बालों पर भी पड़ता है। आंत में मौजूद गुड बैक्टीरिया (गट फ्लोरा) पचाए गए खाने से पोषक तत्वों को सोख लेते हैं। ये न्यूट्रिएंट्स बालों की ग्रोथ के लिए जरूरी होते हैं। लेकिन शरीर में अंदरुनी गड़बड़ी की वजह से आंत में विषैले तत्व (टॉक्सिन) जमा हो जाते हैं तो इनसे कब्ज जैसे रोजमर्रा के कामों में रुकावट होती है। इससे बाल बेजान और कमजोर हो कर झड़ने लगते हैं।
झड़ते बाल रोनके के उपाय?
- बालों की साफ-सफाई पर ध्यान दें
बारिश में बालों को भीगने से पूरी तरह से नहीं बचा सकती हैं, लेकिन घर आने के तुरंत बाद अपने बालों को धोकर और प्राकृतिक तरीके से सुखाकर बारिश से हुए नुकसान को आसानी से दूर कर सकती हैं। धोने से बालों से केमिकल के निशान निकल जाएंगे और बालों का झड़ना बंद हो जाएगा। - एलोवेरा का उपयोग करें
एलोवेरा जेल का उपयोग करना आसान है। स्कैल्प को ठंडा करता है और इसमें रोगाणुरोधी गुण होते हैं। आप बालों को धोने से दो घंटे पहले जेल को अपने स्कैल्प पर लगा सकती हैं या अपने बालों के तेल या शैम्पू के साथ एलोवेरा जेल मिला सकती हैं। - अपना खुद का हेयर पैक बनाएं
3 बड़े चम्मच भीगी हुई मेथी के साथ छह पुदीने की पत्तियां और आधा नींबू का रस मिलाएं। अब मिश्रण में थोडी़ सी मुल्तानी मिट्टी डालकर चिकना पेस्ट बना लें। इस मास्क को अपने बालों को जड़ से सिरे तक ढककर रखें और लगभग दो घंटे तक या सूखने तक छोड़ दें। गर्म पानी से धो लें। शैम्पू का उपयोग करने की आवश्यकता नहीं है। प्रभावी परिणाम के लिए इसे सप्ताह में एक बार करें। - बालों का बदलें टेक्सचर
बालों या स्किन का टेक्सचर बदलने में 6 महीने का समय लगता है। यह एक स्लो प्रोसेस है। इसलिए बालों की कटिंग, आयलिंग और कंडीशनिंग का पूरा ख्याल रखें। - बालों को सूखा कर रखें
हेयर वॉश के बाद बालों को सुखाने के लिए माइक्रोफाइबर कपड़े का उपयोग करें और उन्हें जल्दी से सुखाएं। हेअर ड्रायर का प्रयोग न करें, यह पहले से कमजोर बालों को नुकसान पहुंचाएगा। इसके बजाय बालों को प्राकृतिक रूप से सूखने दें। - हफ्ते में दो बार गर्म तेल से मसाज करें
तेल मालिश से न सिर्फ आपके स्कैल्प को पोषण मिलेगा बल्कि सकुर्लेशन भी बढ़ेगा और बाल स्वस्थ और चमकदार बने रहेंगे। तेल को बालों में 2-3 घंटे तक लगा रहने दें और फिर माइल्ड शैंपू से धो लें।
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