India News(इंडिया न्यूज़),Acidity Problem: लगभग हर किसी को कभी न कभी एसिडिटी की समस्या का सामना करना पड़ता है। यह पाचन तंत्र से जुड़ी एक आम समस्या है। विशेषज्ञों का कहना है कि ज्यादा तैलीय और मसालेदार खाना खाने से पेट में पित्त बढ़ता है, जिससे एसिडिटी की समस्या होती है। इसके कारण खट्टी डकारें आना और पेट में जलन जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। लेकिन कई बार यह समस्या खाने-पीने के समय को लेकर भी हो सकती है।
पारस हेल्थ केयर, उदयपुर के कंसल्टेंट गैस्ट्रोलॉजी डॉ। राजन ढींगरा का कहना है कि आजकल खराब जीवनशैली के कारण एसिडिटी और ब्लोटिंग की समस्या भी हो रही है। अगर हम समय पर खाना नहीं खाते हैं तो इससे भी गैस की समस्या हो जाती है। खासतौर पर यह समस्या उन लोगों के लिए अधिक गंभीर है जिन्हें दोपहर का खाना खाने की आदत नहीं है। ऐसे लोगों को दोपहर के भोजन के बाद पेट में भारीपन महसूस होता है।
दोपहर के भोजन के बाद अम्लता
डॉ. राजन ढींगरा का कहना है कि दोपहर के भोजन के बाद अक्सर लोगों को एसिडिटी की समस्या हो जाती है। अगर आपको भी दोपहर के भोजन के बाद एसिडिटी की समस्या का सामना करना पड़ता है, तो इन समस्याओं के पीछे के कारणों को समझना आपके लिए बहुत जरूरी है। ज्यादातर गैस की समस्या दोपहर के भोजन के दौरान की गई कुछ गलतियों के कारण होती है। कई बार आप खाना बड़े टुकड़ों में खाते हैं, जिससे वह पेट में आसानी से पच नहीं पाता और एसिड का उत्पादन बढ़ जाता है, जिससे एसिडिटी हो सकती है।
एसीडिटी बनने के ये कारण
दोपहर में भोजन के बीच में पानी पीने से पेट के पाचन एंजाइमों को नुकसान पहुंचता है। नतीजा यह होता है कि आपको एसिड रिफ्लक्स की समस्या होने लगती है। सब्जियां फाइबर का अच्छा स्रोत हैं जो पाचन के लिए बहुत जरूरी है और दोपहर के भोजन में सब्जियों का कम सेवन एसिडिटी की समस्या का कारण भी बन सकता है। इसके अलावा दोपहर के भोजन के तुरंत बाद सोने से पाचन तंत्र पर भी असर पड़ता है जिससे एसिडिटी बढ़ती है। इसलिए एसिडिटी से बचने के लिए इन सामान्य सावधानियों को ध्यान में रखें।
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