India News (इंडिया न्यूज़), Brazil Custom: यह कहानी ब्राजील के सतरिया मावेस जनजाति की एक अनुष्ठान से संबंधित है। इस जनजाति के लड़कों को एक पारंपरिक अनुष्ठान से गुजरना पड़ता है, जिसमें उन्हें जहरीली बुलेट चींटियों से कटवाया जाता है। इस अनुष्ठान को “बुलेट एंट ग्लव रिचुअल” के नाम से जाना जाता है।
इस अनुष्ठान के मुख्य बिंदु:
बुलेट चींटियों का चयन:
सबसे पहले, बुलेट चींटियों को जंगल से इकट्ठा किया जाता है। ये चींटियां अपनी प्रबल डंक मारने की क्षमता के लिए जानी जाती हैं। इनके डंक का दर्द बहुत तीव्र और असहनीय होता है, जो 24 घंटे तक बना रह सकता है।
हाथ में दस्ताने पहनना:
बुलेट चींटियों को दस्ताने के अंदर रखा जाता है, और फिर लड़कों को ये दस्ताने पहनाए जाते हैं। दस्तानों के अंदर की चींटियां लड़कों के हाथों को बार-बार काटती हैं।
दर्द सहने की परीक्षा:
इस प्रक्रिया के दौरान, लड़कों को कई मिनट तक ये दस्ताने पहने रखना होता है। इस समय के दौरान, उन्हें न केवल शारीरिक दर्द सहना पड़ता है, बल्कि यह भी सिद्ध करना होता है कि वे अपनी भावनाओं को नियंत्रित कर सकते हैं और एक वयस्क पुरुष बनने के योग्य हैं।
समुदाय की स्वीकृति:
इस अनुष्ठान को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद, लड़कों को उनके समुदाय द्वारा एक वयस्क पुरुष के रूप में स्वीकार किया जाता है। यह अनुष्ठान साहस, सहनशीलता और ताकत का प्रतीक माना जाता है।
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बुलेट चींटियों का डंक बेहद दर्दनाक होता है, और इसे मानव द्वारा सहन किया गया सबसे तीव्र दर्द माना जाता है। इस अनुष्ठान का उद्देश्य लड़कों को मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनाना है ताकि वे अपने जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना कर सकें।
यह अनुष्ठान पारंपरिक है और सदियों से चला आ रहा है, जो सतरिया मावेस जनजाति की सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
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