India News (इंडिया न्यूज), Chinese Garlic Banned: देशी लहसुन के बढ़ते दामों और चाइनीज लहसुन की तस्करी पर लगाम लगाने के लिए योगी सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत अब किसानों को लहसुन की खेती के लिए आर्थिक सहायता दी जाएगी। इस पहल का मुख्य उद्देश्य देशी लहसुन के उत्पादन को बढ़ावा देना और बढ़ती कीमतों पर नियंत्रण रखना है।
क्यों बढ़ी चाइनीज लहसुन की तस्करी?
देश में लहसुन की कीमतें हाल ही में 400 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गईं, जिसके कारण चाइनीज लहसुन की तस्करी बढ़ गई। चाइनीज लहसुन दिखने में भले ही आकर्षक लगता हो, लेकिन गुणवत्ता और स्वास्थ्य के लिहाज से यह देशी लहसुन से कमतर माना जाता है।
सरकार की नई रणनीति
कृषकों को आर्थिक सहायता: सरकार किसानों को लहसुन की खेती के लिए प्रोत्साहित करेगी, जिससे घरेलू उत्पादन में वृद्धि होगी।
तस्करी पर सख्ती: सरकार ने चाइनीज लहसुन की तस्करी पर शिकंजा कस दिया है। अब इस पर पूरी तरह से रोक लगाई जाएगी।
लहसुन की कीमतों पर नियंत्रण: घरेलू उत्पादन बढ़ने से लहसुन की कीमतों में स्थिरता आएगी, जिससे आम उपभोक्ताओं को भी राहत मिलेगी।
लाभ
1. किसानों को आर्थिक मजबूती: लहसुन की खेती से किसानों की आय में वृद्धि होगी।
2. घरेलू उत्पादन में वृद्धि: देशी लहसुन की उपलब्धता बढ़ेगी, जिससे आयात पर निर्भरता कम होगी।
3. स्वास्थ्य सुरक्षा: देशी लहसुन की गुणवत्ता बेहतर होती है और यह सेहत के लिए भी अधिक फायदेमंद है।
योगी सरकार की यह पहल आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे न केवल लहसुन की बढ़ती कीमतों पर काबू पाया जा सकेगा, बल्कि किसानों को भी लाभ होगा। साथ ही, चाइनीज लहसुन की तस्करी पर रोक लगने से देशी उत्पादकों को एक बड़ा फायदा मिलेगा।