इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
हर माता-पिता का अपने बच्चों को सही-गलत सिखाने का तरीका बिल्कुल अलग होता है। बच्चों को अनुशासन में रखने और उन्हें उनकी गलती का एहसास करवाने के लिए पेरेंट्स कभी-कभी उन्हें सजा भी देते हैं। बच्चे मासूम होते हैं गलत तरह से दी गई कोई भी सजा उनके कोमल मन पर बुरा असर डाल सकती है। ऐसे में आइए जानते हैं बच्चों को गलती करने पर किस तरह क्रिएटिव तरीकों से सजा दी जा सकती है।
बच्चों को गलती पर डांटने की जगह रनिंग करने की सजा दी जा सकती है। बच्चों को बाहर कुछ देर रनिंग करने के लिए कहें। ऐसे में उनका मन भी शांत रहेगा। अगर घर के बाहर पार्क नहीं है, तो बच्चे को आप घर में या घर के गार्डेन में टहलने को कह सकते हैं। इस सजा से बच्चों का फिजिकल वर्कआउट हो जाएगा।
बच्चों को पनिश करने के लिए आप उनसे पेटिंग करवा सकते हैं। इससे बच्चों को मजा भी आएगा और उनका मन भी बहलेगा। साथ ही उनकी क्रिएटिविटी भी बढ़ेगी।
बच्चों को सजा देनी हो तो उनसे रोजाना एक पेज राइटिंग प्रैक्टिस करवाएं। ऐसा करने से बच्चों की हैंडराइटिंग में भी सुधार आएगा और आपकी पनिशमेंट भी पूरी हो जाएगी।
खाने की टेबल पर बैठकर शरारत करने वाले बच्चे को डांटने की जगह डिनर सर्व करने के लिए कह सकते हैं। ध्यान रहे डिनर सर्व करते वक्त पेरेंट्स भी उनके साथ रहें, ताकि वो खाना गलती से गिराए नहीं। इससे बच्चे का न सिर्फ दिमाग व्यस्त रहेगा, बल्कि वे घर के काम में भागीदारी करना भी समझेंगें ।
टाइम से पहले बच्चों को सोने के लिए कहने पर उन्हें इस बात का अहसास होगा कि उन्होंने जो शैतानियां की हैं, उसकी सजा के तौर पर उन्हें बेड पर जल्दी जाना पड़ा।