इंडिया न्यूज (Remedies to Get Rid of Acne)
गलत लाइफस्टाइल व खानपान की वजह से चेहरे पर मुंहासे होना एक आम समस्या है। लेकिन कई बार चेहरे पर इसके निशान रह जाते हैं। जिनसे छुटकारा पाना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में नेचुरोपैथी नुस्खे भी आजमा सकते हैं। ये मुंहासों के निशान को दूर करने में मदद करेंगे। तो चलिए जानेंने मुंहासे से छुटकारा पाने के लिए नेचुरोपैथी नुस्खों के बारे में।
क्यों होते हैं मुंहासे?
जीवाणु, मृत त्वचा, त्वचा में तेल, त्वचा पर बंद रोमछिद्र, मुंहासे के लिए अनुवंशिक प्रवृत्ति इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। ये मुख्य रूप से चेहरे, छाती और पीठ पर वसामय (तेल) ग्रंथियों वाले त्वचा क्षेत्रों पर अधिक दिखाई दे सकते हैं। मुहांसों की सूजन के कारण इसके निशान बन जाते हैं। कुछ निशान सतही होते हैं, जबकि अन्य गहरे होते हैं। सतही निशान उथले होते हैं और जल्दी ठीक हो सकते हैं।
कितने प्रकार के होते हैं मुंहासे?
- पोस्ट्यूल: यह पैप्यूल के समान, लेकिन केंद्र में एक सफेद टिप होता है, जो मवाद के एकत्र होने के कारण होता है।
- गांठ: बड़ी कठोर गांठ जो त्वचा की सतह के नीचे बनती हैं और दर्दनाक हो सकती हैं
- सिस्ट: ये मुंहासे मवाद से भरी हुई बड़ी गांठ हैं जो फोड़े के समान दिखते हैं और इनसे ना मिटने वाले निशान बनने का जोखिम रहता है।
- ब्लैकहेड्स: छोटे काले या पीले दाने जो त्वचा पर विकसित होते हैं। उनमें गंदगी नहीं होती, लेकिन रंग में काले होते हैं। क्योंकि बालों के रोम की अंदरूनी परत रंग का उत्पादन करती है।
- वाइटहेड्स: ये ब्लैक हेड के ही जैसे दिखते हैं, लेकिन ज्यादा कठोर हो सकते हैं और दबाने पर खाली नहीं होते।
- पैप्यूल: छोटे लाल गांठ जैसे मुंहासे, जो छूने पर संवेदनशील या पीड़ादायक महसूस होते हैं।
मुंहासों से छुटकारा पाने के उपाए
ब्राह्मी: ब्राह्मी एक प्रसिद्ध औषधीय जड़ी बूटी है जिसे एंटी इन्फ्लेमेट्री और एंटीआॅक्सीडेंट गुणों के लिए जाना जाता है। आप ब्राह्मी के कुछ पत्ते ले सकते हैं, उन्हें मैश कर सकते हैं और कुछ हल्दी और नींबू के रस के साथ मिला सकते हैं। इस पेस्ट को चेहरे पर लगाया जा सकता है। इसमें दाग-धब्बों और मुंहासों को दूर करने की क्षमता होती है।
जायफल: जायफल में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। दूध या पानी के साथ बना जायफल का पेस्ट मुंहासों के निशान पर लगाया जा सकता है। आप जायफल और दालचीनी पाउडर भी ले सकते हैं और इसे शहद के साथ मिला सकते हैं। इस पेस्ट का इस्तेमाल चेहरे पर किया जा सकता है। बाद में आप अपने चेहरे को ठंडे पानी से धो सकते हैं। यह मुंहासों को दूर करने में मदद करेगा और निशान भी कम करेगा।
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गुलाब के बीज का तेल : गुलाब के बीज का तेल विटामिन सी से भरपूर होता है, जो मुंहासों से निपटने में मदद करता है। ये तेल उन यौगिकों में से एक है, जिसका उपयोग सौंदर्य प्रसाधनों में त्वचा के दाग-धब्बों में सुधार के लिए किया जाता है। इसका उपयोग वर्षों से निशान को हटाने के लिए किया जाता रहा है। इसमें उच्च स्तर के आवश्यक फैटी और असंतृप्त फैटी एसिड होते हैं, जो त्वचा में प्रवेश करने और मुंहासों से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आप गुलाब के बीज के तेल को सीधे मुंहासे वाली जगह पर लगा सकते हैं।
नींबू: नींबू मुंहासों के बढ़ने के जोखिम को कम करने में मदद करता है। यह कीटाणुनाशक, एक्सफोलिएंट (मृत त्वचा को हटाता है) और त्वचा को हल्का करने का काम करता है। साथ ही नए मुंहासों को बनने से रोकने में भी मदद करता है। मुंहासों के निशान हटाने के लिए नींबू के रस को रूई की मदद से चेहरे पर लगाएं। आप अपने चेहरे पर थोड़ा सा नींबू का रस लगा सकती हैं और बाद में ठंडे पानी से अपना चेहरा धो सकती हैं।
पेरिविंकल (सदाबहार): पेरिविंकल पेस्ट मुंहासों के निशान के लिए मददगार हो सकता है। आप पेरिविंकल, नीम और हल्दी की ताजी पत्तियों का पेस्ट बना सकती हैं और इसे त्वचा के दाग-धब्बों पर लगाएं। नियमित रूप से उपयोग करने पर यह पेस्ट उत्कृष्ट परिणाम देता है।
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