India News (इंडिया न्यूज), Princess Zehra Khanum With Moustache: मूंछों की शान एक अलग ही होती है, खासकर जब यह किसी पुरुष के चेहरे पर हो। लेकिन, क्या आपने कभी सुना है कि एक महिला के चेहरे पर मूंछें हों और फिर भी वह दुनिया की सबसे खूबसूरत मानी जाए? आज हम बात करेंगे इराक की एक ऐसी ही अद्भुत राजकुमारी के बारे में, जिनकी मूंछें ही नहीं, बल्कि उनकी खूबसूरती भी अपनी मिसाल पेश करती है। यह कहानी है जहरा खानम तदज एस-सल्टानेह की, जो इराक के कजर परिवार से ताल्लुक रखती थीं और एक अनोखी राजकुमारी के रूप में जानी जाती थीं।

दौलत-शौहरत में जन्मी जहरा खानम

जहरा खानम का जन्म 1883 में तेहरान (ईरान) में हुआ था। वह एक अमीर और प्रभावशाली परिवार से संबंधित थीं, जिनके पास अपार संपत्ति और रुतबा था। हालांकि, उनका रूप विशेष रूप से आकर्षक नहीं था, क्योंकि उनके चेहरे पर मूंछें थीं और वह शारीरिक रूप से भी थोड़ी मोटी थीं। फिर भी, उनकी खूबसूरती के चर्चे पूरी दुनिया में थे।

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वेस्टर्न जीवनशैली और मॉडर्न विचारधारा

राजकुमारी जहरा खानम को अपनी शाही जिम्मेदारियों के साथ-साथ अपने व्यक्तिगत जीवन में भी स्वतंत्रता और आधुनिकता का अहसास था। वह एक प्रगति-प्रिय महिला थीं, जो अपनी समय की वेस्टर्न जीवनशैली को अपनाने में विश्वास रखती थीं। वह लेखक और चित्रकार भी थीं और उनकी कला और लेखन ने समाज में अपनी पहचान बनाई। इसके अलावा, वह अक्सर पश्चिमी कपड़े पहनती थीं, जो उस समय की अन्य महिलाओं से अलग था।

खूबसूरती के दीवाने

राजकुमारी जहरा खानम की खूबसूरती का हर कोई दीवाना था, और कई युवा उनके रूप और व्यक्तित्व के आकर्षण में बंध गए थे। उनकी विशेषता सिर्फ उनके चेहरे पर मूंछें होना नहीं था, बल्कि उनके आत्मविश्वास, विचारशीलता और स्वतंत्रता की भावना ने उन्हें एक प्रेरणा बना दिया था। यह कहना गलत नहीं होगा कि वह अपनी शाही सत्ता और कड़ी मेहनत से कुछ अलग पहचान बनाने वाली महिला थीं।

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शादी के लिए 145 प्रस्ताव

राजकुमारी जहरा खानम से शादी के लिए कुल 145 युवकों ने उनका हाथ मांगा। हालांकि, राजकुमारी ने इन सभी प्रस्तावों को ठुकरा दिया, क्योंकि वह अपनी स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता में विश्वास करती थीं। उनकी अनूठी और स्वाधीन सोच ने उन्हें विवाह से दूर रखा।

यहाँ पर एक दिलचस्प बात यह है कि जब राजकुमारी ने इन युवकों के प्रस्तावों को नकारा किया, तो 13 युवाओं ने आत्महत्या कर ली। यह घटना उनके जीवन में एक गहरे और दुखद पहलू को उजागर करती है, जो इस समय की समाजिक मानसिकता और युवाओं के व्यक्तिगत संघर्षों को दर्शाती है।

राजकुमारी जहरा खानम तदज एस-सल्टानेह का जीवन यह साबित करता है कि एक महिला को उसकी सुंदरता से ज्यादा उसकी आंतरिक शक्ति, बुद्धिमत्ता और आत्मनिर्भरता से पहचाना जाना चाहिए। उनका जीवन संघर्ष, आत्मविश्वास और आधुनिक विचारों का प्रतीक था, और आज भी उनकी कहानी उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो अपनी पहचान और स्वतंत्रता के लिए लड़ती हैं।

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मूंछों की शान और खूबसूरती का यह संगम आज भी इस बात को याद दिलाता है कि किसी भी व्यक्ति का मूल्य केवल बाहरी रूप या आदर्शों से नहीं, बल्कि उसके चरित्र और उसकी सोच से होता है।