India News (इंडिया न्यूज़), Study Tips, दिल्ली: अक्सर ऐसा होता है कि बच्चे जो भी पढ़ते हैं। उसे एग्जाम टाइम पर भूल जाते है। और यही वजह होती है कि उनके नंबर कम आते हैं। क्या आपके बच्चे के साथ भी ऐसा होता है। आपका बच्चा भी पढ़ने में तो पूरी मेहनत करता है लेकिन कुछ समय बाद भूल जाता है। तो इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़िए। क्योंकि इस आर्टिकल में आपको कुछ ऐसे टिप्स मिल जायेंगे जो आपने अपना लिए तो यकीन मानिए आपके बच्चे का दिमाग एक दम शार्प हो जायेगा। आपका बच्चा जो भी पढ़ेगा उसे लंबे समय तक याद रखेगा। लेकिन उसके लिए आपको कुछ ये टिप्स जरूर अपनाने होंगे।

मेमोरी वाले गेम

अगर आप अपने बच्चे के दिमाग को तेज बनाना चाहते हैं तो उन्हें मेमोरी बढ़ाने वाले गेम खिलाना शुरू करें। ऐसे कई गेम हैं जो ऑनलाइन और ऑफलाइन मिलते हैं। जो बच्चों को उनकी मेमोरी बढ़ाने में मदद करने के लिए तैयार किए गए हैं। कई तरह के गेमों में अलग-अलग सवाल और ट्रिक्स शामिल होती हैं.. जो बच्चे को चीजें याद रखने में मदद कर सकती हैं। Study Tips

याद्दाश्त बढ़ाने वाले फूड्स

आप अपने बच्चे को याददाश्त बढ़ाने वाले फूड्स भी खिला सकते हैं। ये फूड्स आपके बच्चे का दिमाग भी तेज होगा और सेहत में भी इजाफा होगा। आपके बच्चे की याददाश्त बढ़ाने में अच्छा और पोषण से भरपूर खाना बहुत अहम है। आप किसी एक्सपर्ट से भी उनकी हेल्दी डाइट बनवा सकते हैं। जो आपके बच्चे के ब्रेन को स्ट्रांग करने और याददाश्त बढ़ाने में अहम भूमिका निभा सकता है।

पूरी नींद जरूरी Study Tips

बच्चे हों या फिर बड़े। पूरी नींद हर किसी के लिए जरूरी है। चाहे आपका बच्चा कितनी भी देर तक पढ़ाई करे अगर वो पूरी नींद नहीं लेगा तो सब कुछ बर्बाद हो जाएगा। एक अच्छी नींद आपके शरीर को फिर से एनर्जेटिक कर देती है और ब्रेन को आराम करने के लिए टाइम देती है। साथ ही आप अपने बच्चे को सोने से पहले थोड़ा हल्दी वाला दूध यानी हल्दी का दूध दे सकते हैं।

पढ़ाई का समय तय करें

अपने बच्चों को दूसरे बच्चों से आगे रखने के लिए आपको उनके पढ़ाई का समय तय करना होगा। पढ़ाई का समय भी बहुत अहम भूमिका निभाता है। अपने बच्चे की पढ़ाई के लिए सबसे बेहतर टाइम के बेस पर अपने बच्चे के लिए एक फ्लैक्सिबल रूटीन बनाएं। जिसमें खेलने और रिफ्रेश होने के लिए कुछ अच्छा समय भी शामिल हो।

मेंटल हेल्थ

अक्सर माता-पिता अपने बच्चों की तरफ ज्यादा ध्यान नहीं दे पाते हैं। जिसकी वजह होती है कि बच्चे या तो बिगड़ जाते हैं। या फिर वो बहुत अकेला महसूस करने लगते हैं। और अकेलापन उनकी मेंटल हेल्थ को खराब कर देता है। ऐसे में आप अपने बच्चे से बातचीत करते रहें। उससे पूछें कि क्या पढ़ाई का ये तरीका उसे सही लग रहा है उस पर कोई प्रेशर नहीं पड़ रहा है। क्योंकि उसकी मेंटल हेल्थ से ज्यादा जरूरी कुछ नही है।

आप अपने बच्चे का ख्याल रखे, अगर आप इन सभी तरीकों को अपने बच्चों पर अप्लाई करेंगे तो यकीन मानिए आपके बच्चे का दिमाग बहुत तेज हो जायेगा। उसे ना तो कभी अकेलापन महसूस होगा और ना ही आपका बच्चा पढ़ाई में कमजोर रहेगा।

WRITTEN BY PRASHANT PRATAP SINGH