India News (इंडिया न्यूज), Sultan Mahmud Begada: भारत के इतिहास में कई सुल्तानों ने अपनी वीरता, शासन-कौशल और शौकों के कारण प्रसिद्धि पाई। इनमें से एक सुल्तान ऐसा भी था, जो अपने असाधारण खाने की आदतों और अनोखे शौकों के लिए कुख्यात था। यह सुल्तान थे गुजरात सल्तनत के सुल्तान महमूद बेगड़ा। उन्हें भारतीय इतिहास का “सबसे चटोरा राजा” भी कहा जाता है।

अद्वितीय खाने की क्षमता

सुल्तान महमूद बेगड़ा की ताकत और खाने की आदतें दोनों ही अद्वितीय थीं। उनकी दिनचर्या की शुरुआत ही भारी भोजन से होती थी। कहा जाता है कि वह अपनी सुबह 1 कप शहद, 1 कटोरी मक्खन और करीब 150 केले खाकर करते थे। उनकी खुराक का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह रोजाना लगभग 37 किलो खाना खा जाते थे। इतना ही नहीं, सोते समय भी उनके सिरहाने खाने की चीजें रखी जाती थीं।

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शक्ति का स्रोत

इतना भोजन करना उनकी ताकत का भी राज था। सुल्तान महमूद बेगड़ा ने अपने शासनकाल में कई कठिन युद्ध लड़े और अपनी वीरता के लिए प्रसिद्ध हुए। उनके शरीर की ताकत और ऊर्जा उनके विशाल आहार से मिलती थी, जो उन्हें लंबे समय तक सक्रिय रखता था।

अनोखे शौक

खाने के अलावा सुल्तान महमूद बेगड़ा के अन्य शौक भी उनकी पहचान का हिस्सा थे। उन्हें रेशमी मूंछें रखने का शौक था। उनके दरबार में सभी को लंबी मूंछें रखने का आदेश था। यह उनके व्यक्तित्व और दरबार की विशिष्टता को दर्शाता था।

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कम उम्र में सत्ता

सुल्तान महमूद बेगड़ा ने महज 13 वर्ष की उम्र में गुजरात की गद्दी संभाल ली थी। उनके शासनकाल में गुजरात सल्तनत ने राजनीतिक और सांस्कृतिक उन्नति के कई पड़ाव देखे। उनका जीवन उनकी विलक्षण आदतों और शासकीय योग्यता का मिश्रण था।

सुल्तान महमूद बेगड़ा का जीवन भारतीय इतिहास में अनोखी मिसाल है। उनकी खाने की आदतें, रेशमी मूंछों का शौक और उनकी कम उम्र में गद्दी संभालने की कहानी हमें उनकी विलक्षणता का अहसास कराती है। सुल्तानों के बारे में ऐसी कहानियां इतिहास को और भी रोचक बनाती हैं।

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